कबीर तू मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकता। तूने मुझसे वादा किया था कि तू हमेशा मेरे साथ रहेगा। वो उसका कॉलर पकड़ के झंझोड़ते हुए उसे बोल रहा था "हम बचपन से साथ है फिर तू मेरे साथ ऐसे कैसे कर सकता है। तभी वो भी गुस्से में उसका हाथ अपनी कॉलर से झटकते हुऐ बोलता है—"बकवास मत कर! वो हमारा बचपन था लेकिन अब हम बड़े हो चुके है। अब हमारे रास्ते अलग अलग है। तू अपना रास्ता देख मेरे रास्ते में मत आ।