जीवन के नए अहसास का ,
नया मेरा अंदाज था ।
मेरा कार्यदिवस का पहला दिन ,
मेरे लिए अति खास था ।
उम्मीदें थी मन मैं मेरे ,
कुछ अपने और देश को कर के दिखाऊँ ।
ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से ,
ज़िम्मेदारी पद की निभाऊँ ।
मन सुमन सा खिला हुआ था ,
एक नया जोश और नई उमंग थी ।
जीवन के अतीत की मेहनत ,
मेरे पहले कार्यदिवस में बसती थी ।
नया था स्थल नए लोग थे ,
बस सपने मेरे पुराने थे।
नए जीवन के इंद्रधनुष में ,
सात रंग बनाने थे ।
अपनों की यादें दिल में थी ,
सब सूना सूना सा लग रहा ।
आज नजर कोई नहीं आता ,
मन उड उड़ अतीत में भाग रहा ।