वर्तमान में डिजिटलीकरण दुनिया के हर देश में बहुत ही तीव्र गति से हो रहा है।
दुनिया का हर देश इसके विकास के लिए बहुत प्रयास कर रहा है। वह चाहता है कि मेरे देश का हर नागरिक डिजीटलीकरण में भूमिका निभाये।
इंटरनेट ने डिजिटलीकरण को लोगों की एक दैनिक आवश्यकता बनाकर छोड़ दिया है ।
वर्तमान में हर मनुष्य इंटरनेट के बिना अपनी जिंदगी को अधूरी समझता है।
सुबह आंख खुलते ही रात को बिस्तर पर जाते-जाते वह अपनी आंखें मोबाइल पर गडाकर रखता है।
बिना मोबाइल के उसकी जिंदगी सूनी सी हो गई है।
वह उसके बिना अपनी जिंदगी को अधूरी समझते हैं।
आज की दुनिया पर डिजिटलीकरण ने कुछ नुकसान और कुछ फायदे दिए हैं जौ मनुष्य के जीवन को बहुत बुरी तरह प्रभावित करते हैं।
डिजिटलीकरण के लाभ:-
1. डिजिटलीकरण के द्वारा वर्तमान में कोई भी मनुष्य अपने कार्य घर बैठकर किसी भी समय बिना किसी रूकावट के कर सकता है । जैसे :- रूपये , कोई फार्म भरना हो या किसी भी आनलाइन सुविधा से घर के लिए सामान मंगाना हो।
2. डिजिटलीकरण से इस समय किसी भी व्यक्ति को कैश राशि की रखने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि वह अपनी मोबाइल से कभी और कहीं भी भुगतान कर सकता है।
"नो कैश नो रिस्क"
पहले जब जेब में कैश रखें जाते तो चोरी होने का डर हमेशा सताता था।
इस समय मोबाइल के द्वारा हम भुगतान कर सकते हैं और इस समय यह सुविधा हर जगह हो गई है।
3. डिजिटलीकरण से हर मनुष्य को कोई भी समस्या होती है तो उसे किसी भी समय गूगल पर सर्च करके उसका समाधान कर सकता है । इस सयय मनुष्य को दूसरे मनुष्य से ज्यादा गूगल पर भरोसा हो गया है।।
4., हम राशन से लेकर, डाक्टर,खेल , मंनोरंजन ,देश विदेश की जानकारी , प्रशासन संबंधी जानकारी ,देश की वर्तमान घटनाओं की जानकारी ,शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी इत्यादि हर दैनिक आवश्यकता को इंटरनेट के द्वारा जानकारी प्राप्त करके मिनटों में समाधान कर सकते हैं।
5. इस समय डिजिटलीकरण का महत्व कोरोना महामारी के समय चला था जब बच्चों के स्कूल की फीस, बच्चों की शिक्षा और बडे-बडे आर्गेनाइजेशन में "वर्क फ्रॉम हाय" किया गया जिस समय देश की अर्थव्यवस्था और लोगों की नौकरियों का पूरी तरह से दोहन हो गया उस समय इंटरनेट की दुनिया ने ही देश और लोगों की सुरक्षा और विश्वास को कायम रखा।
जहां लोगों को शारीरिक काम करना था उनकी नौकरियां चली गई थी यदि डिजिटलीकरण नहीं होता तो देश की कमर पूरी तरह से टूट जाती।
डिजिटलीकरण की हानियां :-
1.डिजिटलीकरण से इस समय साइबर क्राइम बहुत बड़ी मात्रा में बढ़ गये है।
किसी व्यक्ति की थोड़ी सी चूक उसके खाते को मिनटो में खाली कर सकते हैं।
2. डिजिटलीकरण से रिश्तों की रीढ को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है क्योंकि इस समय मोबाइल का उपयोग लोगों के जीवन में एकाकीपन ला रहा है और एक छत के नीचे रहने वाले लोग अपने परिवार से बातें करने के लिए भी समय नहीं निकाल पाते हैं।
3.बच्चों को गेम खेलने की बुरी आदत ने पूरी तरह जकड़
लिया है और बच्चे स्कूल के अलावा सारे दिन मोबाइल पर गेम और वीडियो देखने में ही अपना समय व्यतीत कर रहे हैं।
4. वे समय जब घर के सभी सदस्य एक साथ बैठकर टीवी के सामने बैठकर सीरियल, धारावाहिक और फिल्में देखा करते थे और उनका विश्लेषण करके अच्छी बुरी बातों का निष्कर्ष निकालते थे लेकिन इस समय बच्चे ,बूढ़े और जवान लोग अलग-अलग बैठकर क्या देखते हैं और उसे अपने व्यवहार में किस तरह उतारते हैं यह किसी को भी पता नहीं होता है।
5. डिजिटलीकरण की दुनिया में इस समय बडी-बडी कंपनियों के दस्तावेज चोरी करके उनके साथ फ्राड कर दिया जाता है और उन्हें आर्थिक और मानसिक नुकसान झेलना पड़ता है।
6 इंटरनेट की इस दुनिया में डिजिटलीकरण ने सामाजिक तौर पर मनुष्यों को बुरी तरह प्रभावित किया क्योंकि आज एक गरीब परिवार मजदूरी करके मोबाइल रखने और उसमें रिचार्ज करवाने के बिना नहीं रहता है चाहे उसे खाने के लिए अन्न पाने में कठिनाइयां सहन करनी पड़े।
लोग अकेले की जिंदगी जीने के आदी हो गए हैं।
उन्हें अकेला रहना बहुत पसंद है कुछ लोग इंटरनेट से विडियो देखकर अपराध करने लोगों की हत्या करने और चोरियां करने से बिल्कुल भी नहीं चूकते हैं।