29 सितम्बर 2021
12 फ़ॉलोअर्स
लिखने का शौक.. कविता, कहानियाँ, उपन्यास, एवं गज़लD
<p>जिंदगी के इस सफर में, सब किनारे हो लिये</p> <p>तुम किनारे हो लिये जब, हम किनारे हो लिये।</p>
<p>दुनिया के हाँ कहने से क्या होता है,</p> <p>गर वो हाँ कहे तो फिर कोई बात हो।</p>
<div><span style="font-size: 16px;">भटकते भटकते मेरी जाँ आ गये</span></div><div><span style="font-si
<div>ये जो बात-बात पर इतना इतराते हो,</div><div>इतना गुरूर अच्छा नहीं हुस्न वालों को।</div>
<div dir="auto">कहानी और कहती है़,निशानी और कहती है़।</div><div dir="auto">दीवाने लोग कहते हैं,दीवान
<div><img style="background: gray;" src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/614bfd331
<div><span style="font-size: 16px;">जिस्म से दूर रहकर करो आशिकी,</span></div><div><span style="font-
<div><span style="font-size: 16px;">हजारों ख्वाब हैं दिल में हकीकत एक तुम,</span></div><div><span st
<div><span style="font-size: 16px;">बाँटी है उसने जिंदगी तन्हा अकेली रातों को,</span></div><div><spa
<div><span style="font-size: 16px;">कई दफ़ा देखा उसने उलट-पलट कर मेरी तस्वीर को,</span></div><div><s
<div><span style="font-size: 16px;">जो मुझे गिराने निकल पड़े हैं आज फिर,</span></div><div><span style
<div><span style="font-size: 16px;">तुम जिसे मेरी नाकामी, नासमझी समझते हो,</span></div><div><span st
<div><span style="font-size: 16px;">ऐसे कैसे छोड़ दूँ अकेला अपने ख़्वाबों को,</span></div><div><span s
<div>लिखने से मिलता है़ शुकून आधा,</div><div>तिरा हुस्न आधा मिरा इश्क आधा।</div>
<div><span style="font-size: 16px;">तुझे लगता था मर जाऊँगा मैं तुझसे बिछड़ कर,</span></div><div><span
<div><span style="font-size: 16px;">तुझे भूलने की कोशिश में खुद को भुला बैठा हूँ,</span></div><div><
<div><span style="font-size: 16px;">अपनी यादों से कह दे मुझको बक्श दें,</span></div><div><span style
<div><span style="font-size: 16px;">रह जाये न बनकर बस इक तमाशा,</span></div><div><span style="font-s
<div><span style="font-size: 16px;">देख फिर पूछता हूँ तू आयेगी या नहीं,</span></div><div><span style
<div>कुछ पढ़ने के लिए है क्या?</div><div><br></div><div>लिंक दीजिए</div>
<div><span style="font-size: 16px;">इक दफ़ा और गर निखर जाता,</span></div><div><span style="font-size
<div><span style="font-size: 16px;">हौसला हैं जिंदादिली और कुछ खुमारी है</span></div><div><span styl