shabd-logo

मेरे दादा दादी

25 जनवरी 2015

1511 बार देखा गया 1511
छोटी छोटी बाताें पर जब हम रूठ जाते थे, दादा दादी तब हमको खूब मानते थे, जब भी वो पल हमको याद आते थे, आँंख़ैं तो छोडो दिल भी भीग जाते थे|

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए