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मुझमे अडानी में क्या फर्क

19 सितम्बर 2022

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मैं आदित्य पुंडीर चाय पत्ती का व्यापार करता हूँ gst भी देता हूँ सब कुछ किया बेच भी रहा हूँ मेहनत से बेच रहा हूँ । मुझे व्यापार बढ़ाने के लिए लोन चाहिए सरकार की योजना का लाभ चाहिए लेकिन मैंने तो हर चीज़ मुश्किल से बनवाई है ।निराशा के इस भवर में व्यवसाय थोड़ा चल पड़ा है । पिताजी कहते है फैक्ट्री में नॉकरी करले पर मुझे तो व्यवसायी बनना है दिन रात एक करना है । मैं बैंक दर बैंक दर घूमता रहा कही एक मैनेजर ने हा नही बोला लोन देने को मैंने सोचा अडानी जी भी तो नये पुराने सभी व्यवसाय में हाथ डाल रहे है सफल हो रहे है उनकी किश्मत अच्छी है या मैं ही मनहूस हूँ । मेरा सरकारी कोई दोस्त नही मोदी जी जैसा या मैंने अभी कुछ करके दिखाया नही है या मैं खुद ही कुंठा ग्रस्त हो गया हूं लोन भी तो 5 लाख जैसी बड़ी रकम चाहिए रातों नींद नही आती दिनों चैन नही आता एक दिन पूरे भारत को चाय पिला कर जी ठंडा होगा सोचता हूँ मुझमे अडानी जी मे क्या फर्क 

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