एक पर्यटक एक होटल मे आया।
उसे एक कमरा बहुत मन भाया।।
उसने वह कमरा किराये पर लिया।
महीने भर का पूर्व भुगतान किया।।
होटल वाले ने कहा आनन्दपूर्वक रहिए।
पर श्रीमान क्या आपको पावती चाहिए।।
पर्यटक बोला इसकी जरूरत नहीं।
क्योकि ईश्वर व्याप्त है हर कहीं।।
बोला जिस दुनिया मे आप रहते हैं।
वहाँ ईश्वर पर विश्वास करते हैं।।
पर्यटक बोला हाॅ मैं करता हूँ ।
और साथ साथ ईश्वर से डरता हूँ।।
क्या आप विश्वास नहीं करते।
क्या आप ईश्वर से नहीं डरते।।
वह बोला मैं विश्वास नहीं करता।
और ईश्वर से कभी नहीं डरता।।
पर्यटक बोला कमरे मे मुझे जाने दें।
अच्छा होगा आप पावती मुझे दे दें।।
अविश्वासी पर विश्वास नहीं कर सकता।
बिना पावती काउन्टर नहीं छोड सकता।।
महेन्द्र "अटकलपच्चू"
ललितपुर (उ.प्र.)
रचना दिनांक-- 16/01/2024