बेस्वाद जिंदगी नमकीन करोगे कैसे?
बिन ज्योति आगे बढ़ोगे कैसे?
यीशु के बिन जग नीरस है
बिन यीशु जिंदगीे जीयोगे कैसे? ।।१।।
सुख में सब मिल जाते, दुख में न मिलता कोईजो
दुख में मिल जाता, उससे भला न कोई।
दोस्त यार सब स्वारथ के, स्वारथ का संसार
काज परै सब आगे पीछे, काज सटे न कोई।।२।।
किसको पता हम झूठ नही बोलते
बोलते हैं हम, झूठ नहीं बोलते।
झूठ बोलकर हम, बढ़ गए आगे
सबको पता हम झूठ नही बोलते।।३।।
सुख–दुख आते जाते रहते हैं
सबक हमें सिखाते रहते हैं।
क्यों मायूस होना जीवन में
ये जीवन के गहने होते हैं।।४।।
महेन्द्र "अटकलपच्चू" ललितपुर(उ. प्र.)
मो. +918858899720
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