" सुनो ! बाजू वाली मिश्राइन मायके गई हैं, अंदर आ जाओ इतनी धूप में घंटों कार पोंछने का कोई फायदा नहीं। " श्रीमती जी ने चिल्लाकर मेरी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
इसे कहते हैं असली जासूस !!!! जो अपने पति के मन की भी जासूसी कर ले।
बड़े बड़े रॉ के जासूस फेल हैं इनकी जासूसी के आगे।
बहुत मन लगाकर कार पोंछ रहा था तेज धूप की भी परवाह न करते हुए कि मिश्रा भाभी की एक झलक मिल जाए लेकिन श्रीमती जी ने किचिन में काम करते करते ही पता लगा लिया।
एक दिन श्रीमती जी कपड़े धोने में व्यस्त थीं। हमने देखा कि मिश्रा भाभी थैला लेकर जा रही हैं, हम समझ गए कि पक्का सब्जी मंडी ही जा रही होंगी इस वक्त।
हमने भी घर वाले कपड़ों में ही थैला उठाया और श्रीमती जी को आवाज़ देकर सूचित किया कि सब्जी लेकर आते हैं और उनका जवाब सुने बिना चल दिए मिश्रा भाभी के पीछे-पीछे।
जब मंडी में सब्जी खरीदते खरीदते मिश्रा भाभी से बतिया भी रहे थे कि श्रीमती जी का फोन आया,
" सुनो ! मिश्राइन से बतियाते बतियाते महीने भर की सब्जी मत खरीद डालना, रखी रखी सड़ जाती है। "
हमने घबराकर इधर उधर देखा कि उन्होंने कैसे जान लिया। कहीं मेरे पीछे पीछे वो भी सब्जी मंडी तो नहीं आ गई।
मिश्रा भाभी से बाय करके तेज कदमों से लगभग भागते हुए घर पर पहुंचे। वो अभी भी वाशिंग मशीन में कपड़े ही धो रही थीं।
ये होता है जासूसी का हुनर जो ऊपरवाला इन पत्नियों को बनाते वक्त काम्प्लीमेंटरी देता है।
" देखो आज आफिस के बाद एक अर्जेंट मीटिंग है, रात को लौटते वक्त देर हो जाएगी। तुम खाना खाकर सो जाना मैं वहीं कुछ खा लूंगा। मेन गेट की चाबी मैंने रख ली है। तुम डिस्टर्ब नहीं होगी। " मैंने बड़ी चतुराई से उनको मीटिंग का झांसा दिया् जिससे आफिस के बाद दोस्तों के साथ पार्टी कर सकूं।
अभी पार्टी में तीसरा पैग ही चल रहा था कि उनका फोन आ गया,
" सुनो ! तीन पैग हो गये हैं अब चुपचाप घर आ जाओ। कार भी होश में ही चलाना है। " उसी वक्त तीनों पैग का नशा उतर गया।
यही कहलाता है एक परफेक्ट जासूस का परफैक्ट अंदाजा।
घर बैठे बैठे जान लिया कि कब तीन पैग पूरे होंगे।
" सुनो ! वो जो इंक्रीमेंट मिलेगा न इस महीने से, वो पूरा मुझे दे देना समझे। अगले महीने से नई किटी शुरू हो रही है। "
मैं दंग था कि इंक्रीमेंट की बात तो मैंने अभी किसी को भी नहीं बताई।
इस तरह एक काबिल जासूस आपके आसपास के लोगों के जरिए आपकी पूरी खोज खबर रखता है।
ऐसे ही रोज न जाने कितने किस्से होते हैं जासूसी के। अगर सरकार को अपने जासूसों के लिए कोई स्पेशल क्लास रखना हो तो इन पत्नियों की मदद ले सकती है।