मित्रों पिछले भाग में मैंने आपको बताया यीशु मसीह जो परमेश्वर का एकलौता पुत्र था पुत्र होने के बावजूद भी वह स्वर्ग में एक सेवक की तरह रहता था और राजा बनने से पहले यीशु मसीह एक सेवक के रूप में परमेश्वर के पास उपस्थित रहता था और जब वह दुनिया में भेजा गया तब भी वह एक सेवक के रूप में भेजा गया और उसने परमेश्वर की सेवा को बड़ी ईमानदारी वफादारी के साथ पूरा किया और इसीलिए अब वह राजा बनकर आ रहा है!मित्रों चौथा भाग में मैंने आपको बताया यीशु मसीह जो परमेश्वर का एकलौता पुत्र था पुत्र होने के बावजूद भी वह स्वर्ग में एक सेवक की तरह रहता था और राजा बनने से पहले यीशु मसीह एक सेवक के रूप में परमेश्वर के पास उपस्थित रहता था और जब वह दुनिया में भेजा गया तब भी वह एक सेवक के रूप में भेजा गया और उसने परमेश्वर की सेवा को बड़ी ईमानदारी वफादारी के साथ पूरा किया और इसीलिए अब वह राजा बनकर आ रहा है!
और इसीलिए हर एक वह व्यक्ति जो परमेश्वर की सेवा कर रहा है वह पहले सेवक बने अगर वह अच्छा सेवक नहीं बन सकता तो परमेश्वर कभी उसे राजा भी नहीं बना सकता क्योंकि राजा बनने के लिए परमेश्वर के आज्ञाओं की कसौटी पर खरा उतरना बहुत जरूरी है और इसीलिए हर एक विश्वासी के विश्वास की परख होती है कि वह हर दुख की घड़ी में सुख की घड़ी में मुसीबत की घड़ी में बीमारी की दशा में क्या परमेश्वर के साथ वफादार रहेगा और जब परमेश्वर किसी व्यक्ति के अंदर ऐसा देखता है तब वह उसे कहता है मैं तुझे नीचे से उठाकर सिंहासन पर बैठाऊंगा!
(प्रेरितों के काम 3:13-26)
अब्राहम और इसहाक और याकूब के परमेश्वर हमारे बाप दादों के परमेश्वर ने अपने सेवक यीशु मसीह की महिमा की जिसे तुमने पकड़वा दिया और जब पिलातुस ने उसे छोड़ देने का विचार किया तब तुमने उसके सामने उसका इनकार किया!
26-परमेश्वर ने अपने सेवक को उठाकर पहले तुम्हारे पास भेजा कि तुम में से हर एक को उसकी बुराई से फेर कर आशीष दे!
परमेश्वर बड़ी मिनिस्ट्री के लिए कैसे एक सेवक को चुनता है?
(यहोशु 1:1-2)
यहोवा के दास मूसा की मृत्यु के बाद यहोवा ने उसके सेवक यहोशु से जो नून का पुत्र था कहा !
2-मेरा दास मूसा मर गया है इसलिए अब तू उठ कमरबांध और इस सारी प्रजा समेत यार्दन पार होकर उसे देश को जा जिसे मैं इसराइलियों को देता हूं!
यहोशू मूसा का एक वफादार और ईमानदार चेला था और जैसा मूसा करता था वैसा ही यहोशू भी करता था और इसीलिए परमेश्वर की नजर यहोशू के ऊपर थी हालांकि परमेश्वर दो लोगों के ऊपर नजर रख रहा था कालेब और यहोशू परमेश्वर कलेब को सेवक के रूप में चुनना चाहता था परंतु मूसा की मृत्यु के बाद जैसा की मूसा ने कहा था याहोशू के लिए अपने दास के कहने पर परमेश्वर ने यहोशू को ही अपनी सेवा के लिए चुनता क्योंकि यहोशू एक ईमानदार और वफादार सेवक था!
याहोशू का अभिषेक मूसा ने किया और परमेश्वर ने उसे खड़ा किया इसीलिए यहोशू एक बड़ी मिनिस्ट्री को कर पाया और एक जयवंत जीवन जिया और यरीहो के दीवार ठहा दी और उसे पर विजय प्राप्त की याद रखिए एक परमेश्वर का चुना हुआ सेवक जिसे उसके आत्मिक अगुवे ने अभिषेक किया है वही बड़ी मिनिस्ट्री कर सकता है जो खाराई और ईमानदारी और वफादारी के साथ अपने जीवन को जीता है बाकी जो लोग अपने मन से मिनिस्ट्री करते हैं पास्टर बन जाते हैं और प्रभु के सेवा करने लगते हैं वह ना तो बड़ी मिनिस्ट्री कर पाते हैं ना तो समर्थी मिनिस्ट्री कर पाते हैं और ना यरीहो जैसे बड़ी दीवार को गिरा पाते हैं वह भीड़ तो लगा लेते हैं परंतु लोगों के जीवन को परिवर्तित नहीं कर पाते और ऐसे लोग धोखे में होते हैं जिनके विषय में प्रभु ने कहा हे!
(मत्ती 7:21-23)
जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।
जी हां मित्रों परमेश्वर की इच्छा पर चलना परंतु आज लोग परमेश्वर की इच्छा पर नहीं अपने मन की इच्छा दूसरे के कंधों पर लादकर पूरा करना चाहते हैं अपने स्वार्थ को अपनी जीविका को दूसरे के कंधों के ऊपर लादकर अपने बोझ को कम करना चाहते हैं!
कोई भी व्यक्ति जो परमेश्वर का चुना हुआ सेवक है बिना परमेश्वर के समर्थ के पाप के बंधनो को लोगों को ऊपर से तोड़ नहीं सकता उनको छुटकारा दे नहीं सकता यदि परमेश्वर ही उनके संग ना हो और इसीलिए परमेश्वर के महान दास और सेवक जो बड़ी-बड़ी समर्थ के काम करते हैं वह परमेश्वर की इच्छा के ऊपर चलते हैं!
अपना जीवन प्रार्थना का जीवन बनाते हैं और परमेश्वर की इच्छा को ही पूरी करते हैं ना कि अपनी इच्छा को और जैसा की बाइबल के वचन में लिखा है तुम परमेश्वर और उसके राज्य की खोज करो बाकी सब वस्तुएं तुमको यूं ही मिल जाएंगे और इसलिए उनको सारी वस्तुएं यूं ही मिल जाती हैं आशीषें मिल जाती हैं क्योंकि वह परमेश्वर की इच्छा को अपने जीवन से पूरी करते हैं!
इसलिए मित्रों उल्टी सीधी शिक्षा के ऊपर ध्यान मत दीजिए परंतु बाइबल के सिद्धांतों के ऊपर अपना जीवन जीए और परमेश्वर की इच्छा को पूरा कीजिए जल्दबाजी न करिए यदि आप परमेश्वर के साथ उसके चुने हुए सेवकों पासवानों और अंगुवों के साथ वफादार ईमानदार रहेंगे तो परमेश्वर आपको जरूर सिंहासन पर बैठकर राजा बनाएगा !
प्रभु आप सबको आशीष दे!