इस संसार की तरह ना बनो परंतु तुम्हारे मन के नए हो जाने से तुम्हारा चाल चलन बदलता जाए जिससे तुम परमेश्वर के भली और भारतीय स्थित इच्छा को मालूम करते रहो !
(रोमियो 12:2)
जी हां मित्रों यीशु मसीह ने हमें जगत की ज्योति कहा है ज्योति का मतलब प्रकाश देने वाला और हम संसार को प्रकाश देने वाले लोग हैं
इसलिए संत पौलुस कहते हैं!
(इफिसियों 4:17-32)
कि जैसे अन्य जाति के लोग अपने मन की अनर्थ नीति पर चलते हैं तुम अब से फिर ऐसे ना चलो!
पौलुस हमें स्पष्ट रीति से समझा रहा है कि अब हम जो ज्योति की संतान हैं प्रकाश देने वाले हैं हमें अन्य जाति की तरह अपने मन के अनुसार नहीं परंतु परमेश्वर के वचन के अनुसार चलना है जी हां मित्रों दुनिया के लोग जो अंधकार में है वह अपने मन की अनर्थ विधियों पर चलते हैं रीति-रिवाजों पर चलते हैं परंपराओं पर चलते हैं पहिरावे में पर चलते हैं परंतु वचन हमें सावधान करता कि हम उनके जैसे अनर्थ रीती पर ना चले अपने मन की रीति के अनुसार ना चले परंतु कलाम के अनुसार पाक और पवित्र जीने के लिए पवित्रताई के अनुसार चलें!
18-उनकी बुद्धि अंधेरी हो गई है और उनकी अज्ञानता के कारण उनके मन की कठोरता के कारण व परमेश्वर से अलग किए गए लोग हैं!
हमको परमेश्वर ने नई बुद्धि नहीं आत्मा नया मन दिया है इसलिए हम में पुराने मनुष्यत्व को त्याग देना है और नए मनुष्यत्व को पहन लेना है और नई सी चाल चलना है!
लेकिन दुनिया के लोगों की बुद्धि अंधकार में है उनका मन कठोर है इसलिए वे परमेश्वर के जीवन से दूर हैं इसलिए वह बिना बुद्धि लगाए किसी भी चीज को अपना लेते हैं चाहे वह उनके लिए भलाई की हो या ना हो वह पाप भी करते हैं लेकिन उसको पाप नहीं मानते वह गंदी हरकतें भी करते हैं परंतु उसे गंदी बात नहीं मानते वह व्यभिचार भी करते हैं लेकिन उसको व्यभिचार नहीं मानते उसे केवल शरीर की इच्छापूर्ति समझते हैं!
फटे कपड़े फटे जींस पहन लेंगे और अंग प्रदर्शन भी करेंगे लेकिन उसे पाप नहीं मानेंगे जबकि जब आदम और हव्वा ने पाप किया था तो वे नग्न अवस्था में आ गए थे क्योंकि परमेश्वर की महिमा उनके ऊपर से हट गई थी तब परमेश्वर नहीं उनको पहला वस्त्र पहन आया था ताकि उनका तन ढका रहे लेकिन आज हम अपने अंगों का अंग प्रदर्शन नग्न अवस्था में कर रहे हैं!
आज मनुष्य परमेश्वर की महिमा करने के बजाय अपनी महिमा करवाना पसंद कर रहे है और मनुष्य अपनी महिमा करवाने के लिए वह किस हद तक गिर रहा है स्त्रियां तो अंग प्रदर्शन के द्वारा सेलिब्रिटी बनना चाहती हैं नाम और शोहरत कामाना चाहती हैं लेकिन वे नहीं जानते कि वह परमेश्वर की नजर में एक घृणित काम है और इसका दंड एक न एक दिन उनको भोगना पड़ेगा क्योंकि इस अंग प्रदर्शन के द्वारा लोगों की अभिलाषा वह भावनाएं भड़क उठती हैं और फिर बलात्कार जैसे केस दुनिया में होते हैं!
अंग प्रदर्शन के द्वारा लोगों की कामवासना को भड़का कर गलत यौन संबंध के द्वारा अपनी संतान पैदा करवाना चाहता है कि गलत यौन संबंध से जो संतान उत्पन्न होती है वह परमेश्वर की ओर से नहीं होती बल्कि वह शैतान की ओर से देन होती है क्योंकि शैतान चाहता है कि वह इस पृथ्वी और स्वर्ग का मालिक बन जाए और यही इच्छा उसने परमेश्वर के सिंहासन के पास जताई थी कि क्यों ना मैं परमेश्वर सिंहासन पर विराजमान हो जाऊं!
परमेश्वर ने हमें ज्ञान समझ और बुद्धि का आत्मा दिया है और अपने वचनों का प्रकाश दिया है इसलिए हमारे पास समझ और बुद्धि है कि हमें कैसी चाल चलना है कैसी संतान पैदा करनी है कैसी शादी करनी है और किस स्त्री से करनी है!
मसीह समाज शादी और विवाह के मामले में भी अनजान है उसे नहीं पता कि हमें किस स्त्री से शादी करनी चाहिए ज्यादातर विश्वासी लोग समझते हैं कि कोई लड़की या लड़का जो विश्वासी है बस उससे शादी कर लो तो हम आशीषित हो जाएंगे परंतु ऐसा नहीं है शादी किसी भी विश्वासी को छुटकारा प्राप्त लड़की से करनी चाहिए या नया जन्म पाए हुए लड़की या लड़के से ही करनी चाहिए क्योंकि जब तक उस लड़की का नया जन्म ना हो तब तक यदि आप उसके साथ शादी करोगे और संबंध बनाओगे तो वह संतान जो पैदा होगी आशीषित नहीं हो पाएगी क्योंकि वह परमेश्वर की संतान नहीं कहलाएगी उसको भी छुटकारे की जरूरत होगी क्योंकि वह स्त्री या पुरुष का छुटकारा ही नहीं हुआ तो उसके द्वारा जो बच्चा पैदा होगा उसके डीएनए में भी शत्रु का डीएनए होगा और उस बच्चे को भी आगे जाकर छुटकारे की जरूरत होगी यदि वह बच्चा बड़ा होकर पश्चाताप करेगा तो छुटकारा पाएगा!
और इसीलिए हम देखते हैं कि बहुत से विशवासियों के बच्चे छुटकारा नहीं पाए होते हैं श्रापित होते हैं या बीमार होते हैं या रोगी होते हैं या वह परमेश्वर की सेवा से बहुत दूर होते हैं परमेश्वर के जीवन से बहुत दूर होते हैं क्योंकि उनके द्वारा चुने हुए और आशीषित नहीं होते हैं!
याद करें अब्राहम और हजिरा की शादी को हाजिरा जो कि उसकी दासी थी और परमेश्वर की ओर से चुनी हुई नहीं थी छुटकारा प्राप्त नहीं थी लेकिन सारा के कहने पर अब्राहम ने उस दासी से विवाह किया और जो संतान उत्पन्न हुई उसके अंदर शत्रु का डीएनए था और इसीलिए वह पत्थर उठाकर इसहाक को मारने दौड़ा और झगड़ा करने को दौड़ा इसीलिए परमेश्वर ने कहा अब्राहम तू हजिरा को अपने से अलग कर दे क्योंकि हाजिरा परमेश्वर की योजना से बाहर थी और उसकी संतान भी उसकी योजना से बाहर थी! इसलिए मित्रों अनर्थ रीति से अपने जीवन की चाल ना चले परंतु बुद्धि बानो की सामान और ज्योति की संतानों के समान ज्योति की सी चाल चले और परमेश्वर के अनुग्रह से फलते फूलते और बढ़ते जाएं और आशीषित होते जाएं!
प्रभु आप सबको आशीष दे!