ज़िंदगी
किसी की ज़िंदगी में आना जितना आसान हैकिसी की ज़िंदगी बनना उतना ही मुश्किलऔर मुश्किलों से भागना जितना आसान हैउनसे लड़ना उतना ही मुश्किलमरज़ी से कौन परेशानियाँ उठाता हैये तो मेहरबानी है परेशानियों की ......हर बार हमें ही चुन लेती हैंउलझे हुए परिंदे कोकभी न सुलझने वाली पहेली दे देती हैं....वक्त को रोक