सपनों की वो प्यारी किताब, छिपे इसमें अनगिनत जवाब। हर पन्ने पर एक दुनिया नई, जहाँ उड़ते ख्वाब मधुर कई।चांदनी रातों में है ये खुलती, तारों के संग हंस बातें क
मैं तुम्हारे सपनों की किताब जैसे हुं,तुम कभी मुझे एहसासों में पढ़ो,तुम कभी मुझे जज्बातों में पढ़ो ,तुम हर शब्द में मुझे पढ़ो,मैं तुम्हारे सपनों की किताब जैसे हुं।तुम कभी मेरी खुशी को पढ़ो,तुम कभी मेरे
मैं एक किताब लिखना चाहता हूँ ,मेरे सपनों की किताब ,जिसमें कहानियां हो ,कवितायें हो ,और उन कहानियों कविताओं में ,सिर्फ खुशियां हो ,उन कहानियों में ,लड़कियां आजाद हो ,उन्हें फैसले लेने का अधिकार हो ,उन्