**अध्याय 15: 'जीवन और मृत्यु'** **स्थान:** एक विशाल वृक्ष के नीचे, जहां हवा मंद गति से चल रही है और पत्तियाँ धीरे-धीरे सरसराती हैं। गुरु और शिष्य एक ठंडी चाय की प्याली के साथ बैठे हैं। **शिष्य:*
इसरो द्वारा सफलतापूर्वक तैनात और एक्टिव किए गए Aditya सैटेलाइट के मैग्नेटोमीटर बूम का अध्ययन हमें सौरमंडल के अन्य ग्रहों के मैग्नेटिक फील्ड और उनमें होने वाले अंतरों की गहराईयों में वृद्धि करने का एक
ISRO ने इंसैट-3DS उपग्रह पर सभी प्रमुख परीक्षणों को पूरा कर लिया है जो अंतिम समीक्षा से पहले है, जिसके बाद यह श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश के अंतरिक्ष पोर्ट को भेजा जाएगा। इस उपग्रह को इसरो के GSLV प्रक्
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने जापानी एजेंसी JAXA के साथ अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में सहयोग करने का इरादा किया है, इसकी खबर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत का इज़हार किया है। उन्हों
जापान ने शनिवार को चंद्रमा पर पहुंचने वाले पांचवें देश बन गया, जब उसके अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग की, अधिकारियों ने बताया। लेकिन बिजली आपूर्ति के साथ एक समस्या के कारण मिशन को खतरे में
इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की सफलता के बाद दिए गए बयान में बताया कि अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रहा है। इसका पहला दौर का परीक्षण
नासा की Artemis मिशन सीरीज का उद्देश्य चांद के अद्वितीय पहियों पर मानव अद्वितीयता को बढ़ावा देना है। Artemis-II मिशन, जो सितंबर 2025 में निर्धारित है, एक महत्वपूर्ण कदम है जो इस उद्देश्य की प्राप्ति क
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुख्य एस. सोमनाथ ने गांधीनगर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन में बोलते हुए एडित्या एल1 मिशन की प्रगति पर चर्चा की और बताया कि यह अब अवलोकन कर रहा है।
चंद्रमा का अद्वितीयता और मानव उत्तरण का इतिहास अद्भुत और प्रेरणादायक है। 1969 में अपोलो-11 मिशन ने मानव इतिहास में एक नया युग आरंभ किया जब नील आर्मस्ट्रांग, एडविन ई ऑल्ड्रिन, और माइकल कोलिंस ने पहली ब
सोमनाथ का भाषण IIT बॉम्बे में इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने हाल ही में भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान, IIT बॉम्बे में एक भाषण दिया है। इस भाषण के माध्यम से उन्होंने अपने दृष्टिकोण और भविष्य की द
इसरो का उत्कृष्टता: आदित्य एल-1 का ऐतिहासिक सफलता :- लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के 'लैग्रेंज प्वाइंट 1' (एल 1) के आसपास एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया गया है। भारतीय अंतरि
आदित्य एल-1 परिचय :- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपनी नई क्रांति, आदित्य एल-1, का प्रक्षेपण सफलता से किया है। यह अंतरिक्ष यान सूर्य के पास पहुंचकर उसके रहस्यमयी विशेषताओं का अध
चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने के बाद: भारत का विज्ञानिक अद्भुति * प्रस्तावना चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर सफलता से लौटने के बाद, भारतीय विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हो
एक बार एक विद्यार्थी था ,वह एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था वह पढ़ने में अच्छा था और होनहार भी था। यह उन दिनों की बात है, तब हमारे देश में एक बीमारी चल रही थी जिसका नाम कोरोना था ।एक दिन वह अपनी कक्षा
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने दो सितंबर को भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 की लॉन्चिंग की थी। इसरो ने बताया अंतरिक्ष यान एकदम सही स्थिति में है और सूर्य की ओर बढ़ रहा है। isro aditya l1 mission -
चांद पर फिर सूरज उगा है और साउथ पोल पर धूप पहुंच गई है, लेकिन विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने जगने का अभी तक कोई सिग्नल नहीं भेजा। ISRO के साइंटिस्ट लगातार कोशिश कर रहे हैं। अगर विक्रम और प्रज्ञान एक
ये कदम रुके नहीं, अब कभी थके नहीं, आसमान की परिक्रमा ही लक्ष्य है। @नील पदम्
कल की जैसे बात है, नारी कमजोर जात है, पर कौन अब कहेगा, ये अशक्त है। @नील पदम्
कट गईं हैं बेड़ियाँ, सब हटी हैं रूढ़ियाँ, अब पुरुषों से आगे मातृ-शक्ति है। @नील पदम्