बड़े महँगे किरदार है ज़िंदगी में साहिबासमय-समय पर सबके भाव बढ़ जाते हैं
एक गृहिणी को दे सकें, वो वेतन है अनमोल, कैसे भला लगाइये, सेवा, ममता का मोल । चालीस बरस की चाकरी, चूल्हा बच्चों के चांस, शनै: शनै: रिसते रहे, रिश्ते - जीवन - रोमांस । पति पथिक ब
महिला सशक्तिकरण एक ऐसा विषय है जो आज के समय में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह प्रक्रिया महिलाओं को उनकी सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, और व्यक्तिगत शक्तियों को पहचानने और उन्हें विकास के नए अवसर प्रदान करने क
हमने अनेक जातिया बनाई हर राज्य में अलग अलग जाति धर्म को मानने वाले लोग अलग अलग कोई हिन्दू कोई मुस्लिम कोई सिख कोई इसाई फिर हर धर्म की अलग जातिया है उन जातियो की उपजातियां भी है फिर गोत
दुनिया कहती है अक्सर ये कुछ नहीं आता उस महिला को, झूठी रश्मों में बंधी है धारी तलवार है वो महिला, संसार का यही दस्तूर है अबला नारी का कौन हुआ हो जाता शून्य वजूद है उसका जब जब जो भी मौन हुआ, अगर वो श
तुम्हारें बिछड़ने का मलाल नहीं चाहताइसलिए तुम्हें हर हाल में पाना चाहता हूँ