आंखों का मेरे तू बन जाना काजल बरस जाना कभी बनकर आवारा बादल मेरे आसमान का तुम बन जाना सितारा बन जाना तुम मेरे यूं पिया मिलन हो जाए हमारा तू ही इबादत तू ही जुनून तू राहत तू ही सुकून तेरी मुहब्बत की मि
वो लम्हें सुहाने प्यारे है पिया मिलन के अहसास तन मन पि के रंग रंगा पिया मिलन के पल है खास जाना पि मिलन से गहरा दरिया प्रेम का बहता उल्टी धार डूब कर पिया प्रेम में जाना प्रीत में जो है सुकून और करार
दिल तेरा जो हो जरा सा खाली दिल में अपने जरा सी जगह दे दो तेरे दिल में पाकर जगह मुस्कुराने की कुछ तो वजह दे दो आसान नहीं माना दिल में किसी को बसाना एक मौका देकर बनने दो फिर नया फसाना माना तर्जुबा इश्क
दिलबर तुमसे दिल को मेरे प्यार हुआ बिन तेरे हर लम्हा दुश्वार हुआ तेरे लिए दिल ये बेकरार हुआ हां दिल को मेरे तुमसे प्यार हुआ प्यार के प्यारे से अहसास से अनजान था दिल अनछुए इन प्यारे जज़्बात से महरूम न
प्रेम नहीं शब्दजो कागज़ पर उतारा जाएप्रेम नहीं कोई घटनाजो घटित हो जाएप्रेम नहीं कोई नज़ारानज़रों से देखा जाएप्रेम न कह कर बताया जाएप्रेम तो है अहसास बंद आंखो से भी महसूस हो जाएप्रेम में तो हर मं
दिल ढूंढता है फिर वो लम्हेजब तेरी बाहों के साए मेंखूबसूरत पल थे बिताएकाश वो लम्हे फिर मिल जाएभूलकर सारे दर्द एक बार फिर मुस्कुराएकाश वो लम्हे फिर लौट आएतेरी चाहत में जब बेसब्री सेइंतजार के मीठे प
तेरे बिन अधूरी मेरी हर चाहत है एक तू है जिससे है मुझे मुहब्बत है तेरी ही मेरे दिल जगह है तू ही तो जीने की वजह है ना तेरा जैसा ना तुमसे बेहतर चाहे बस तुझ तक ही आए मेरी हर राहें तेरे बिन मिले ना कहीं रा
तेरे बिन जीने की सोच भी ना पाऊंकितनी मुहब्बत है तुमसे लफ्ज़ों मे बता न पाऊंबनकर तेरा साया तेरा साथ निभाऊंतू रहे जहां खुद वहीं पाऊंसाया भी अंधेरों साथ छोड़ देता हैतब उजाला बन कर तेरे साथ चल जाऊंतेरे बि
भूल न पाए कुछ पलकें भीगी सीआंखे है नमआशिकी के टुकड़े हुएहर तरफ बिखरे हुएकहां हो तुमयादों की गलियों में हम भटकते हैहर ज़र्रे तुम होफिर भी कहीं क्योंतुम मिलतेक्या चाहत का ये ही होना था अंजाम&n
तुम्हारा मुझसे मिलना ऐसा थाअरसे से सजाया ख्वाब कामुक्कमल हो जाना जैसा थाप्रीत तेरी ऐसीवीराने के खिली होकोई कली जैसीतुम्हारा मिलना ऐसादिन में चांद काआसमान में सजने जैसासूरज का शीतल होने जैसातेरी प्रीत
जिंदगी मेरी तेरे आने से पहले वीरान थी अपनी ही उलझनों से जरा परेशान थी प्यार के एहसास से बिल्कुल अनजान थी मैं अब तक नादान थी बात बात पर आंखे नम हो जाती मै जाने किं ख्यालों में खो जाती लेकिन जब हुई इश्
मेरी अधूरी चाहत एक कसक सी चुभती दिल में पाए कहीं ना राहत तेरी यादों को जब पन्नों पर उतारा मुक्कमल हो ना सका वहां भी बहुत मैंने संवारा अधूरी रह कविताएं भी ढल ना सकी मुक्कमल प्यार मे यादों के पन्ने किर
खामोशी भरी नज़रों की बात तू कभी समझ जाए धड़कने तेरी फिर कभी मेरा नाम गुनगुनाए आज भी करती हूं तेरा इंतजार शिकवे सारे मिटाकर जताए तू कभी तो प्यार खामोशी को मिल जाए लफ्ज़ प्यार के खत्म होंगे पल इंतजार
है ख्वाहिश एक रात ऐसी भी आए तेरे मेरे दरमियान दूरियां सारी मिट जाए तू आ जाए मेरे इतना करीब साथ तेरा पाए बन जाए तू मेरा नसीब तेरी मुहब्बत में आंखो ने जाने कितने ख़्वाब सजाएं इन ख़्वाबों को तेरी बाहों
ढलते सूरज की छाई लालिमा से गहराती सिंदूरी शाम तेरे ख्यालों में खोकर दिल में लेकर तेरा नाम खूबसूरत सी रात के पन्नों पर लिखी एक कहानी तेरी प्रीत मे रंगी मै तेरी दीवानी एहसासों के सागर से चुन कर शब्दों
बातें तेरी मीठी चाशनी सी तेरे लबों से होकर गुजरे जी चाहें तेरे लबों को लबों से छू ले बहकती मेरी ये नज़रे तेरी नज़रों से मिलकर क्या तेरी नज़रों को नज़रों से चूम ले फिज़ाओं में रूमानियत हवाओं में बिखर
सावन की रिमझिम सा मन को छू जाए ऐसा प्यारा उसका प्यार मन की धरा को प्यार की बरखा से भिगाए ऐसा उसका साथ मन के आंगन को हराभरा कर जाए प्यार का ऐसा उसका अहसास रुनझुन करती सी उसकी दिल की धड़कन सावन की बूंदो
उस खत ने भी आंसू बहाए होंगे शब्द भी तड़प कर तिलमिलाए होंगे तेरी कलम भी की होगी शिकायत हजार सह ना पाए होंगे वो भी बेवफ़ा प्यार सहम कर घबराएंगे होंगे अपनी कहानी का देख ये अंजाम बेदर्दी से तुमने भेजा जब
एक अनजान सफ़र की हुई यू शुरुआत हौले हौले बढ़ने लगी प्यार की आगे बात एक अनजाना वो जरा दीवाना जाने कौन है , कब से खड़ा वो मौन है नज़रे मिली तो हुआ एहसास निगाहों से कर रहा था वो दिल की बात लेकर इशारों
काश कभी ऐसा हो जाए मै तेरे जैसे बन जाऊं और तू मेरे जैसा हो जाए काश तुम करते रही डर तक इंतजार और ना हो तुझे मेरा दीदार वक्त पर ना हम आए बेइंतहा इंतजार तुमसे कराए इंतजार का मतलब शायद तब