❣️❣️ प्रेम डगर ❣️❣️ ख्वाबों का एक अनजाना नगर आसान कहां है, मुश्किल बड़ा ये सफर कभी इन राहों में कलियां खिल जाए कभी बेवफाई की ठोकर मिल जाए कभी खूबसूरत से मोड़ है आते तो कभी दर्द की राह में मुड़ जाते रुसवाई के भी है फसाने चाहत के कुछ अफसाने कभी जुदाई और तन्हाई की बेला कभी संग प्रियतम और खुशियों का मेला कही खिलती लबों पर मुस्कान कही मन में उठते तूफान कहीं मिल जाते दो दिल कहीं सिर्फ तड़प है हासिल प्रेम डगर एक निरंतर सफ़र खूबसूरत है मंजर साथ हो प्यारा कोई हमसफर बेवफाई के हो जो सिलसिले मिलता गम नगर
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