दागो दिल की गोली,
बचे न कोई चोली,
मस्ती में कर छिछोली,
प्यार की खेलो
होली, ओ मेरे हमजोली!
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फूलों के हो रंग बिन पानी
के संग,
मोड़ों नाही कलईयाँ, न करो
मोहे तंग,
नस-नस दौड़ पड़ा है प्रेम का
तेरा भंग,
दुनिया की अब बोली, गुलाल
हो या हो रोली,
दागो दिल की गोली,
बचे न कोई चोली,
मस्ती में कर
छिछोली,
प्यार की खेलो
होली, ओ मेरे हमजोली!
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जैसे जल जीवन का मोल, वैसे होली
है अनमोल,
आज अपना-पराया ना तोल, बस बोल दो मीठे बोल,
जनम जनम की गिरहें गांठें
अब तो सजन मेरे खोल,
सूखे रंगों की टोली, अबीर
हो या हो रोली,
दागो दिल की गोली,
बचे न कोई चोली,
मस्ती में कर
छिछोली,
प्यार की खेलो
होली, ओ मेरे हमजोली!
...सतरंगी रंगों के पर्व होली की आप सभी को
हार्दिक शुभकामनायें...
कॉपीराइट@चंद्रेश विमला त्रिपाठी