किसी रोज़ तुमको बतायेंगे
हम,
फ़कत आशिक़ी है क्या,
दिखायेंगे हम,
राधा ही कान्हा है,
कान्हा है राधा,
रीत वफ़ा का नया,
सिखायेंगे हम,
किसी रोज़ तुमको बतायेंगे हम,
फ़कत आशिक़ी है क्या, दिखायेंगे हम...
ज़माने को हर पल, अपनी फ़िकर है,
जहां और क्या है, बस एक सिफ़र है,
आरज़ू में दम न हो तो, सब कुछ ख़तम है,
चाहेंगे मरते दम तक, आपकी कसम है,
आग की तपिश से दिल को, सजायेंगे हम,
किसी रोज़ तुमको बतायेंगे हम,
फ़कत आशिक़ी है क्या, दिखायेंगे हम...
उमस से भरी शब, जैसा हो मन,
तन की थकन हो या, ऋतु की जलन,
है वो इंसा भी क्या, जिसकी कहानी नहीं,
गर जो रवानी न हो, फिर वो जवानी नहीं,
साथ अपना युगों तक, निभायेंगे हम,
किसी रोज़ तुमको बतायेंगे हम,
फ़कत आशिक़ी है क्या, दिखायेंगे हम...