प्यारी बेटी
तु इस तरहा मुख मोड गयी
मुझको तनहा यू छोड गयी
एक पल तो रुकी होती
मां की सिसकी सुनी होती
तो शायद दूर न जा पाती
तु लौट के वापस आ जाती
गम यही मुझे दिन रात है
तुझसे मिलने की आस है
मै जानती हूं न आयेगी तू
फिर भी झूठी आस है
लगता है तू अब भी मेरे पास है
मेरे पास है