रात की बगिया मे
आओ स्वागत हैं तुम्हारा..
तुम्हें लोरी गाकर सुनाए
ये चांद सितारा..
चिंता की टोकरी को मुझे दे दो..
रात की निदिया तुम लेले..
जोह भी हैं तुम्हारा बाधा..
आओ बांट ले आधा आधा..
चांद सितारों को भी होते हैं
तुम पर नाज़..
दिनभर के मेहनत करके आते
हो उनके पास..
आओ मेरी बगिया मे
तुम्हे ले चलु अपने नींदों की
कुटिया मे... 🌹🌹🌹💐💐
शुभ रात्रि 🌼🌼🌼💐💐🌷