ऐ किताब आ कर लूँ तुझे दोस्ती।।
इस बेरहम दुनिया मे तेरा साथ हैं भाती।
जहाँ भी रहे हर पल संग रहती।।
जीने की अच्छी राह तू सीखती।
तुझ संग जोह बिताए।।
कभी गलत राह पर ना आवे।।
उस लेखक की करो तारिफ
जिसने तुम्हें बनाया।
कितनी अच्छी की रचना
कितनी बखूबी से सजाया।
हर पृष्ठ की शब्द भी कुछ है कहते।।
शिक्षा से पूर्ण संदेह है रहते।।
क्या करे तुम्हारी तारिफ।।
जीत लेती हो जग सारी।।