ब्रिटेन के किंग चार्ल्स की ताजपोशी शनिवार छह मई को लंदन के ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर एबे में होगी। सितंबर 2022 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उनके सबसे बड़े बेटे 74 साल के चार्ल्स को राजा चुना गया था। हालांकि, आठ महीने बाद उनकी ताजपोशी की जा रही है। किंग चार्ल्स के साथ-साथ उनकी पत्नी क्वीन कैमिला को भी औपचारिक रूप से ताज पहनाया जाएगा। चार्ल्स की ताजपोशी के लिए ब्रिटेन में तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। मुकाबले, वेस्टमिंस्टर एबे में होने वाले इस पूरे कार्यक्रम का खुफिया नाम 'ऑपरेशन गोल्डेन ऑर्ब' रखा गया है। ब्रिटेन में ताजपोशी के लिए ऐसा आयोजन 70 साल बाद किया जा रहा है। इससे पहले ऐसी परंपरा आखिरी बार 1953 में दिवंगत क्वीन एलिजाबेथ के लिए देखी गई थी।
किंग चार्ल्स की ताजपोशी में दुनियाभर से करीब 2000 मेहमान शामिल होंगे। इनमें कई वैश्विक नेता, शाही परिवार के सदस्य और विभिन्न सेलिब्रिटी शामिल होंगे। भारत की तरफ से उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ किंग चार्ल्स की ताजपोशी में शामिल होंगे। ताजपोशी की धार्मिक प्रक्रिया में कुछ खास स्टेप्स शामिल हैं। सबसे पहले सम्राट 700 साल पुरानी कुर्सी के बगल में खड़े होंगे और उन्हें कैंटरबरी के आर्कबिशप मौजूद जन समुदाय के सामने पेश करेंगे। भीड़ जोर-शोर से 'ईश्वर सम्राट की रक्षा करें' कहेगी और फिर घोषणा की तुरही बजेगी। अगले ही पल सम्राट क़ानून और चर्च ऑफ़ इंग्लैंड को क़ायम रखने की शपथ लेते हैं। ये होने के बाद अब होने वाले सम्राट एक दूसरी शाही सिंहासन पर बैठाए जाते हैं। कैंटरबरी के आर्कबिशप, सम्राट के हाथों, सीने और सिर पर पवित्र तेल से अभिषेक करते हैं।