21 मई को दुनिया भर में हर साल विश्व ध्यान दिवस मनाया जाता है। इस दिवस के माध्यम से आम लोगों के बीच ध्यान करने का महत्व स्पष्ट रूप से समझाना है। साथ ही इस अवसर पर ध्यान करने को लेकर जागरूकता भी फैलाई जाती है। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में आंतरिक शांति और कल्याण प्राप्त करने के लिए ध्यान का महत्व जानना बहुत जरूरी है। न सिर्फ भारत में बल्कि दूसरे देशों में भी ध्यान को लेकर कई अध्ययन हुए हैं। रोज ध्यान करना हमारे जीवन में एक प्रभावी बदलाव लाने में कारगर है। ऐसे में आइए जानते हैं माइंड हेल्थ को मजबूती देने वाले कुछ मेडिटेशन स्टेप्स के बारे में। ध्यान के कारण शरीर की आंतरिक क्रियाओं में विशेष परिवर्तन होते हैं और शरीर की प्रत्येक कोशिका प्राणतत्व (ऊर्जा) से भर जाती है। शरीर में प्राणतत्व के बढ़ने से प्रसन्नता, शांति और उत्साह का संचार भी बढ़ जाता है।
अगर कोई कम से कम 15 मिनट ध्यान करेगा, धीरे-धीरे आपका दिमाग एकाग्र होने लगेगा और एक-दो सप्ताह में ही आपके शरीर और दिमाग पर इसका प्रभावी असर दिखेगा। इसलिए हर दिन अभ्यास जारी रखें।
ध्यान कैसे लगाएं
(1) ध्यान लगाने के लिए एक शांत स्थान ढूंढें, जहां पर आपका ध्यान कोई भटका न सके।
(2) ध्यान के लिए सर्वप्रथम उचित स्थान आवश्यक है।
(3) ध्यान लगाने के लिए मेरुदंड सीधा होना चाहिए।
(4) अपनी रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और बिल्कुल सीधे बैठें।
(5) कोशिश करें कि अभ्यास के समय पेट खाली हो।
ध्यान करने के लाभ
उच्च रक्तचाप का कम होना, रक्त में लैक्टेट का कम होना, उद्वेग/व्याकुलता का कम होना।
तनाव से संबंधित शरीर में कम दर्द होता है। तनाव जनित सिरदर्द, घाव, अनिद्रा, मांसपेशियों एवं जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है।
भावदशा व व्यवहार बेहतर करने वाले सेरोटोनिन हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है।
प्रतिरक्षा तंत्र में सुधार आता है।
ऊर्जा के आंतरिक स्रोत में उन्नति के कारण ऊर्जा-स्तर में वृद्धि होती है।