" मेरे लफ्ज़ ही मेरी पहचान है, वर्ना ज़ुबा वालों की कमी नही जहान में "
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<div>जिंदगी सफ़र, मौत ठिकाना है,</div><div>चार कन्धों पे जायेगा जनाज़ा,</div><div>दो गज़ ज़मी में दफ़न हो