खाना खाकर रितु अपने कमरे में आई और बेड पर जाकर लेट गई लेटे लेटे वह किसी के बारे में सोचने लगी सवाला रंग, वाइट शर्ट ब्लैक जींस में वो हैंडसम लग रहा था। रितु खुद से बोल रही थी मुझे आज से पहले ऐसा कभी नह
अब तक आपने पढ़ा कि अधर्व के घर पर पता चल जाता है कि उसे किसी लड़की से प्यार हो गया। ओर इसी बात पर उसके घर वाले उसके बहुत मजे लेते है खास कर उसकी छोटी बहन उसके मजे लेती है। उसकी दादी भी कम नही होती है। अ
रोहित पायल से बोला अब तुम कुछ बोलोगी की नहीं। तुमने यह क्यों कहा की आज का दिन किसी त्योहार से कम नहीं है। पायल बोली सब बता दूँगी पहले यह मुझे कुछ खिलायेगा पायल ने उस लड़के की तरफ इशारा करते हुए कहा। सौ
अब तक अपने पढ़ा कि रितु के पापा की वजह से अनु का एडमिशन हो जाता हैं ओर अनु को यह बात नही पता की उसका एडमिशन रितु के पापा की वजह से हुआ। जब यह बात रितु को पता चलती हैं तो रितु अनु को पार्टी के लिए बोलती
अब तक आपने पढ़ा की अनु ओर रितु कॉलेज पहुंच जाती है। रीतू के पापा ने उसे बोला था कि कॉलेज जाकर एक बार प्रिंसिपल सर से मिल लेना इसलिए वह और अनु प्रिंसिपल सर से मिलने गए । रितु को सोच रही थी कि कैसे
अब तक आपने पढ़ा कि रितु ओर अनु कॉलेज में एडमिशन ले लेती है और आज उनका कॉलेज का पहला दिन था । अनु रितु के साथ उसकी गाड़ी से कॉलेज के लिए निकल गए। अब आगे- रितु ने गाड़ी को पार्किंग एरिया में गया दोंन
हम एक बार फिर मिलेंगे, हमारा मिलना तो तय है आखिर हर ज़न्म में तो हमारी कहानी अधूरी नहीं हो सकती ना... तो मिलूंगा मैं तुमसे फिर किसी जन्म में.. किसी शहर... किसी गंगा घाट के किनारे... किसी स्टेशन पर
मेरी अब तक की सबसे बेस्ट स्टोरी मैँ से एक "wrongcall" का कुछ अंश आपके लिये लिख रहा हूँ ;"मोहब्बत ऐक ऐसे नशे की तरह जिसकी एक बार लत पढजाये तो उसका नशा जाके उतरता है या तो "शराब केमहखाने मैँ"या फिर"आँशुओँ के पैमाने मैँ""मोहब्बत को हम बेबफा पत्नी की तरह तलाकभी नहीँ दे सकते , मोहब्बत तो हमेँ बुढापे के ह
main khoju tujhko yha- vha, sb se tera pta puchta, hr kshn tujhe khojta hu ,tu kha hai mere rachiyata. tu ek anokha hai ,tu "ansh" usi ka hai, vo nirvikar hai tere bhitr , tu swapna usi ka hai. main khoya hu khud se khud me, trsta hua apne mn se, jb-tb vyakul ho peeda se, tujhe khojta hu is van me.