अब तक अपने पढ़ा कि रितु के पापा की वजह से अनु का एडमिशन हो जाता हैं ओर अनु को यह बात नही पता की उसका एडमिशन रितु के पापा की वजह से हुआ। जब यह बात रितु को पता चलती हैं तो रितु अनु को पार्टी के लिए बोलती हैं अब आगे।
रितु प्रिंसिपल ऑफिस से निकलकर बाहर आ गई जहाँ अनु उसका इंतजार कर रही थी। वहाँ से दोनों अपनी क्लास की तरफ जाने लगी। रितु ऑफिस से बाहर निकल कर जाते हुए पियोंन को घूर रहते हुए निकल गई। किसी से पूछ कर दोंनो अपनी क्लास में पहुची।
कुछ देर में क्लास शुरू हो गयी एक टीचर आये जिनका नाम था राजेंद्र प्रसाद वो इस कॉलेज के सबसे अच्छे टीचर्स मैसे एक थे। इनकी खास बात यह थी कि यह सभी की हेल्प करते थे। चाहे लड़का हो या लड़की कोई भी परेशानी हो पहले इनके पास जाते थे और यह टीचर तो मैथ्स के थे पर किसी भी सब्जेक्ट में कोई डाउट हो तो यह उसे सॉल्व करवा देते थे। इनकी age 40 साल थी ।
राजेंद्र सर इनके क्लास टीचर थे । क्लास में आकर पहले उन्होंने अपना परिचय दिया फिर सभी छात्रों ने भी अपना अपना परिचय दिया। क्लास शुरू हुए अभी 15 मिनट ही हुए थे की वहाँ 2 लडकिया ओर 3 लड़के आये।
उस मैसे एक लड़की बोली राजेंद्र सर से बोली क्या हम कुछ देर के लिए इनसे बात कर सकते है सर ने उन्हें अनुमति दे दी क्योंकि सर भी जानते थे कि वो लोग यहाँ क्या कहने आये हो।
वो लड़की वापस बोली good morning every body मेरा नाम है सौम्या ओर यह है पायल। सौम्या को देख कर रितु बोली यह तो वही लड़की हैं जिससे हमने सुबह बात की थी। हम लोग फाइनल ईयर से है आज आपका कॉलेज का पहला दिन है इसी लिये हम लोग आपसे बात करने आये हैं।
पायल बोले आप सभी का ACEIT में स्वागत है यह कॉलेज हमेशा आपकी मददत लिए तैयार रहेगा। ओर हम लोग ओर सारे टीचर्स आपके साथ है। इस कॉलेज में रैगिंग नही होती पर अगर कभी आपके साथ ऐसा कुछ हो रहा हो तो आप सर ने जो नम्बर लिखे उन पर कॉल कर सकते है उसके आगे हम लोग देख लेंगे। एक लड़का बोर्ड़ पर नम्बर लिखता है। वो लड़का बोला मेरा नाम सौरभ है और यह मेरा ही नम्बर है ओर यह है रोहित इसका नम्बर भी मैंने लिख दिया हैं आप लोग हमें कभी भी कॉल कर सकते है। सभी ने उन नम्बर को अपने फ़ोन में सेव कर लिया। रितु ने अपने फ़ोन में रोहित का नम्बर सेव किया था यह उसे भी नही पता पर उसने किया।
पायल वापस बोली आपके शिकायत करने के बाद आपको कोई परेशान नही करेगा और हाँ इन सब मे आपका नाम कही नही आयेगा। उन्ही में एक लड़का था वो दिखने में स्मार्ट था। वह सबसे पीछे खड़ा था उसे देख कर ऐसा लग रहा था की जैसे उसे इन सब से कोई मतलब नही है। वह तो बस अंजली को ही देख रहा था।
इस तरह आज का दिन बीत जाता है और इस प्रकार अनु ओर रितु का कॉलेज में प्रवेश हो जाता है। घर आकर अनु पूरे दिन की बाते अपनी मम्मी को बताती है जब सब रात का खाना खा रहे होते है। अब दोनों साथ ही रोज कॉलेज जाने लग गई थीं। दोनों के बहुत सारे अच्छे दोस्त बन गए थे। दोनों फ्री समय में अक्सर कॉलेज के ग्राउंड में घूमतीं रहती थी। एक दिन ऐसे ही वह ग्राउंड में घूम रही थी।
वही कुछ दूर खड़ा एक लड़का अनु को ही देख रहा था यह वही लड़का था जो उस दिन क्लास में आया था। वह अनु से काफी दूर था । इसलिए उसका चेहरा उसे साफ दिखाई नहीं दे रहा था। पर उसके हवा में लहराते बाल और उसके सफेद रंग सूट उसे दिखाई दे रहा था। वह लड़का अनु का चेहरा देखने के लिए आगे बढ़ने लगा पर अनु रितु ओर अपने बाकी दोस्तों के साथ उठ कर चली गई।
वो लड़का वही रुक गया और उसे जाते हुए देखने लगा तभी उसके दोस्त वहां आ गए। सौम्या ने पीछे से आकर उसके कंधे पर हाथ रखा तो वह हड़बड़ा गया जैसे कोई चोर चोरी करते हुए पकड़ा जाता हैं। उसे ऐसे हड़बड़ाते हुए देख सभी उस पर हँसने लगे पर पायल ने उसकी नज़रों को भाफ लिया था।
पायल चीखते हुए बोली अगर मैं सही सोच रही हु तो आज का दिन किसी त्योहार से कम नही है। रोहित बोला ऐसा क्यू, तू क्या सोच रही हैं हमें भी तो बता ।
पायल बोलती है सभी को बताऊंगी पहले तुम सभी कैंटीन चलो वही चलकर बात करते हैं और वेसे भी आज का खर्चा तो यह उठाएगा। पायल उस लड़के की तरफ इशारा करते हुए कहती हैं।
कमशः
।। जयसियाराम ।।
Vishalramawat