खाना खाकर रितु अपने कमरे में आई और बेड पर जाकर लेट गई लेटे लेटे वह किसी के बारे में सोचने लगी सवाला रंग, वाइट शर्ट ब्लैक जींस में वो हैंडसम लग रहा था। रितु खुद से बोल रही थी मुझे आज से पहले ऐसा कभी नहीं लगा किसी को देख कर आज ही मुझे ऐसा क्यों लग रहा है । कहीं मुझे उससे प्यार तो नही हो गया, नहीं यार ऐसे एक बार किसी को देखने से प्यार नही हो सकता मैं तो उसे जानती भी नही यहाँ तक कि मैं तो उससे पहली बार मिल रही हूं। यह प्यार नही हो सकता यह सिर्फ मेरा उससे अट्रैक्शन होगा।
क्या हो रहा है मेरे साथ जब भी सोने की कोशिश करती हु तो वही याद आ जाता है। अनु को बताना चाहिए या नहीं समझ नहीं आ रहा है आज दिन तक मैंने अनु से एक भी बात नहीं छुपाई तो यह भी नहीं छुपानी चाहिए। वह उनको कॉल करती है अनु खाना खाकर जस्ट अभी कमरे में आई थी रितु का कॉल देख कर तुंरत फ़ोन उठती हैं वह कुछ बोलती उससे पहले ही रितु बोलती है खाना हो गया मेरी जान ।
अनु बोलती है हां महारानी खाना हो गया हमारा तो आप बताइए आपका हो गया । रितू बोलती है बिल्कुल मेरी जान खाना भी हो गया और कुछ बातें भी हो गई घर वालों से । पता है तुम्हें मुझे एक बात बहुत परेशान कर रही है और समझ में नहीं आ रहा है कि मेरे साथ हो क्या रहा है । इसलिए तुम ही बता दो, तुम तो वैसे भी टॉपर हो तुम मेरी मददत जरूर करोगी।
अनु बोलती है ऐसी कौन सी बात है जो हमारी महारानी को परेशान कर रही है किसकी मौत आ गई जिसने आप से पंगा लेने की कोशिश की हम भी तो जाने किसमे इतना है दम है। फिर दोनों ही हँसने लगी। रितु बोलती है जब से मैंने किसी को देखा तब से बार-बार वही चेहरा याद आ रहा है। मैं उसको भूल ही नहीं पा रही हु। अब तुम बताओ तुम्हें क्या समझ आया।
रितु बोलती है यार आज पहले ऐसा कभी नहीं हुआ मेरे साथ तो अनु बोली हो सकता है तेरा यह अट्रैक्शन हो जो उसे देख कर हुआ। किसी को देख कर अट्रेक्शन होना नॉर्मल बात है इसमे टेंशन लेने ओर इतना सोचने की बात कहा है। तुम आराम से सो जाओ । रितु बोली मुझे पता है जान कि यह अट्रैक्शन भी हो सकता है पर अगर मुझे उससे प्यार हो गया तो फिर क्या हो गा। अनु बोली अगर तुम्हें उससे प्यार हो गया तो अच्छी बात है मै तुम्हारे पापा बोल दूँगी।
वह तुम्हारी उससे शादी करवा देंगे बस फिर तुम्हें नहीं आना पड़ेगा वैसे भी तुम्हारा कॉलेज में पढ़ाई पढ़ाई करना पसंद नही। रितु बोली वेरी फनी मैंने तुझे मदद के लिए कॉल किया था और तुम मेरे ही मजे ले रही हो यह तो गलत बात है ना जाओ मुझे तुमसे बात नहीं करनी।
अनु बोलती है अच्छा सॉरी बाबा अब बताओ कौन है वह जिसने हमारी जान को परेशान करके रखा है । रितु बोलती है जिस दिन हमारे कॉलेज का फर्स्ट डे था उस दिन क्लास में कुछ सीनियर आये थे 3 लड़के और 2 लड़कियां। उन्हीं में एक लड़का था नाम तो मुझे उसका याद नहीं, हां याद आया उसका नंबर मेरे पास है रुक मैं नाम बताती हु उसका क्या था। उसका नाम रोहित है फाइनल ईयर मैकेनिकल डिपार्टमेंट । लड़कियां थी सौम्या और पायल उस दिन की बात याद आते ही अनु को कुछ याद आता है एक लड़का जो इन सबसे पीछे खड़ा था जब पायल ओर सौम्या कुछ बता रही थी उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि उसे इन सब से कोई मतलब नहीं है वह तो बस अपने फोन नहीं बिजी था।
लंबे बाल, अच्छी हाइट और अच्छे सी बॉडी बनी हुई थीं और बालों को सलीके से सेट किया हुआ था ओर कपड़े भीसलीके से कपड़े पहने थे। रितु जब देखती है किं अनु कुछ बोल नहीं रही है तो वह बोलती है जानेमन किसके ख्यालों में खो गई यार मैं अपनी परेशानी बक रही हु पर तु तो पता नहीं किसके ख्यालों मे खो गई।
अनु को उसकी बात सुनकर होश आता है वह बोली कई नही यार कुछ याद आ गया था। यार तुम ज्यादा मत सोचों कुछ दिन में सब ठीक हो जाएगा। कभी कभी हो जाता हैं और अट्रेक्शन किसी को भी देख कर हो सकता हैं। अनु बहुत सुलझी हुई लड़की थीं उसने रितु को समझा दिया। रितु तो कुछ देर फ़ोन चलाने के बाद सो गई पर अनु को नींद नहीं आ रही थीं वह अभी भी उस लड़के मतलब अधर्व के बारे में सोच रही थीं अब उसे भी लगने लगा था कि उसने जब से उस लड़के को देखा उसे भी अट्रैक्शन हो गया है।
कमशः
।। जयसियाराम ।।
Vishalramawat