अब तक आपने पढ़ा कि अधर्व के घर पर पता चल जाता है कि उसे किसी लड़की से प्यार हो गया। ओर इसी बात पर उसके घर वाले उसके बहुत मजे लेते है खास कर उसकी छोटी बहन उसके मजे लेती है। उसकी दादी भी कम नही होती है। अब आगे।
ऐसे ही एक दिन अधर्व अपने दोस्तों के साथ ग्राउंड में बैठा था अभी अचानक बारिश शुरू हो जाती है। और वो सभी अंदर चले जाते हैं। और जब अधर्व भी अंदर जा रहा होता है तो तभी उसे बाहर एक लडक़ी बारिश में भीगते हुए नज़र आती है वह पूरी तरह बारिश में भीग चुकी थी। उसके बड़े बालों की वजह से उसका चेहरा साफ नहीं दिखाई दे रहा था। तभी उसकी नज़र उसके कपडो पर पड़ती है। तो उसे पता चलता है, कि यह तो वही लड़की है।
जिसे उसने उस दिन क्लास रूम में देखा था।अधर्व को भी समझ नही आ रहा था कि वह उस लड़की में क्यों इतना इंटरेस्ट ले रहा है पहले तो वह कभी किसी को देख के इतना बेचन नही हुआ। जितना उस लड़की को देख कर हुई। कुछ देर उसने सोचा फिर सब कुछ किश्मत पर छोड़ दिया। ओर अपने दोस्तों के साथ क्लास रूम में चला गया।
अनु कुछ देर ओर बारिश में भीगती रही फिर भी वह अंदर जाना नहीं चाह रही थी पर रितु ने आकर उसे जबरदस्ती अंदर लेकर गई । अनु पूरी तरीके से भीग चुकी थी उसे किसी लड़की के रूम पर लिखी गई हॉस्टल में वहां जाकर उसने उसके कपड़े चेंज करवाएं और कैंटीन में ले जाकर चाय पिलाई तब तक उसे सर्दी लग चुकी थी। रितु ने उसे बहुत डांटा अनु चुपचाप सुन रही थी उसे पता था कि उसकी ही गलती है।
आज भी अधर्व अपने दोस्तों के साथ गेट पर खड़ा होकर अनु का ही इंतजार कर रहा था। शाम को क्लास खत्म होने के बाद दोनों रितु और अनु अपने दोस्तो से बातें करते हुए क्लास से बाहर निकली। जैसे ही अधर्व कि अनु पर पड़ती है तो वह एक नजर से अनु को ही देख रहा था और उसके दोस्त भी । रितु ने कल भी यह बात नोटिस की थी और आज जब सभी खड़े थे उसको कुछ लगा कुछ तो बात है इसलिए उसने सोचा कल आकर उनसे पता करेगी।
रितु अनु को घर छोड़ कर अपने घर के लिए निकल गई अनु जब घर पर पहुंची तो उसकी मम्मी ने उसे किसी और के कपड़ों में देख कर बोली क्या हुआ तूने कपड़े क्यों चेंज किये ओर यह किस के कपड़े है। अनु बोली बारिश में भीग गई थी इसलिए कपड़े चेंज करना पड़ा दोस्त के कपड़े हैं। उनकी मम्मी ने उसके लिए चाय बनाने कीचन में चली गई और अनु को रूम में जाकर कपड़े चेंज करने का बोला।
अनु कपड़े बदल कर आई तब तक उसकी मम्मी ने चाय बना ली अनु ने चाय पीते हुए आज कॉलेज में क्या क्या हुआ सारी बातें अपनी ममी को बताने लगी।कुछ देर बातें करने के बाद उसको अनु किचन में खाना बनाने में अपनी मम्मी का हाथ बंटाने लगी। रितु ने घर जाकर चाय पी ओर कुछ देर फोन में वीडियो देखने लगी फिर गिटार लेकर उसी गाने को गाने लगी। रितु को गाना गाना पसंद था साथ में गिटार बजाना भी इसलिए जब भी टाइम मिलता वो गिटार बजाती।
रात के टाइम रात रितु और उसके पापा खाना खाते समय किसी का टॉपिक पर बात कर रहे थे। रितु अचानक अपने पापा से बोली पापा प्यार कैसे होता है ओर क्या होता हैं। रितु के पापा बोलते है प्यार सभी के लिए अलग होता है जैसे किसी को पहली बार प्यार हुआ उसके लिए अलग होगा , जिसका अभी अभी ब्रेकअप हुआ उसके लिए अलग होगा ,जिसने प्यार में धोखा खाया उसके लिए प्यार के अलग मायने है।
रितु बोली आपका इतना मुझे समझ नहीं आता आप मुझे नॉर्मली समझिये। रितु के पापा मिले ठीक है सुनो
प्यार खुदा की उस इबादत की तरह है, जो सिर्फ किस्मत वालो को ही नसीब होती है। हर किसी के नसीब में सच्चा प्यार हो ये ज़रूरी नही है। और प्यार कभी किया नही जाता, बल्कि हो जाता है, कभी किसी की एक आदत से, तो कभी किसी की मुस्कुराहट से। कभी किसी की एक नज़र से, तो कभी की थोड़ी सी फिकर से। ये कभी किसी रोके नही रुकता। प्यार उस तेज़ पानी की धार की तरह है जिसे कभी कोई बांध रोक नहीं सकता।
प्यार किसी से भी हो सकता है जब प्यार एक सही इंसान से हो जाता तो जिंदगी सवर जाती है और वही अगर प्यार गलत इंसान से हो जाय तो जिंदगी बर्बाद हो जाती है। प्यार करो विश्वास भी करो पर कभी आँखे बंद करके विश्वास मत करो और सामने वाले को खुश करने के लिए अपनी इज्ज़त मत खो।
कमशः
।। जयसियाराम ।।
Vishalramawat