के पाणा इब रहग्या जग म्ह -2 सब कुछ खोए बैठें सां.. पड़ी सूखी बावड़ी आंख्यां की -2 सारे आंसू रोए बैठें सां... फूलां की आश लगावां क्यूंकर -2 कांटे बोए बैठें सां.. इब रहया सुणनिया कोए ना र -2 आपणा दर्द लहकोए बैठें सां... किसनै दें दयां सीख र संजय -2 ख़ुदै सोए बैठें सां... रहण दे दुखड़े, दिल कै दिल में -2 अपणा कै खोए बैठें सां.. कोए ना साझी करमा का र -2 करमां कै धोए बैठें सां.. गात फूंकणा रह रहया सै बस -2 भीतर राख होए बैठें सां.. ✍️ संजय बिगोवा