सहिसा बोलती है( मै कुछ भी नहीं बताने वाली, तुम मेरे पास मत आना )ये कह कर वो किसी तरह वहां से बाहर निकल जाती है......
पर विहाग को सहिसा के रेस्टोरेंट का पता मिल जाता है तब विहाग, मैनेजर को बोलता है( वो भाग सकती है पर छुप नहीं सकती,इसकी लोकेशन पता लगाओ फिर शैल भी मिल जायेगा) ............
अब सहिसा, मिस सैग के पास पहुंचती है और बोलती है (मिस सैग सॉरी मुझसे आप के कपडे खो गयें ) तभी उसे वहां उसके कपड़े मिल जाते हैं
तब मिस सैग उसे बताती है......(कि एक बहुत ही अमीर दिखने वाला लड़का यहां पर उसके कपड़े दे कर गया है और उसने उसे एक कार्ड भी दिया है जिसमे उसने किसी रेस्टोरेंट में मिलने के लिए बोला है).....
कार्ड को देख सहिसा बहुत ज्यादा खुश होती है....... और जल्दी जल्दी अपना काम खत्म करती है........
अब जब सहिसा श्याम को अपना सारा काम खत्म करके रेस्टोरेंट में आती है तोह वो मिस सैग को आवाज़ लगा के बोलती है मै घर आ गयी ......
तब वो देखती है कि रेस्टोरेंट पूरा खाली है.... पर जब वो अंदर जाती है तो वह विहाग को वहां बैठा देख सॉक्ड हो जाती है
विहाग उसे बताता है कि उसने आज शाम के लिए पूरा का पूरा रेस्टोरेंट बुक कराया है......
अब ये सुन के सहिसा वहां से भागने लगती है....... पर मिस सैग उसे रोक देती है और कहती है.....
(मिस्टर विहाग हमारे वि. आई. पी कॉस्टमर है और उन्होंने सिर्फ तुम्हारी ही डीमांड की है इसलिए तुम उन्हें अच्छे से सर्विस दो, नहीं तो कहीं वो हमारा रेस्टोरेंट बंद ना करा दे इसलिए प्लीज तुम जाओ और उनका अच्छे से ख्याल रखो).....
ये सुन के सहिसा को ना चाहते हुए भी मिस सैंग की बात माननी पड़ती है.......
और वह आर्डर लेने के लिए विहाग के पास जाती है और कहती है ( डिअर कॉस्टमर सारे डिसेस यहां लिखें है आप प्लीज देख लीजिये ).....
जवाब मे विहाग कहता है (जरुरत नहीं है मुझे तुम्हारे रेस्टोरेंट की स्पेशल डिश चाहिए वो भी तुम मेरे लिए बनाओगी).....(इसके साथ साथ हम शैल के बारे में भी बात करेंगे)...
तब सहिसा कहती है( अड़ियल,अकडु बिज़नेसमैन मुझे लगता है इसका दिल पत्थर का बना है )ये बोल के किचन में चली जाती है.......
सहिसा किचन में तो आ गई लेकिन असल में उसे खाना बनाना तो आता ही नहीं है इसलिए वो हर चीज मेस्सअप कर देती है जिससे किचन में आग लग जाती है.....
जिसे देख विहाग तुरंत किचन में आ जाता है और अपनी शर्ट उतार कर आग बुझाने लगता है
और हमारी सहिसा, विहाग की बॉडी को देख कर के फिर से अट्रैक्ट हो जाती है और जैसे ही सहिसा, विहाग की चेस्ट पर हाथ रखती है
तो सहिसा को एक्सीडेंट वाला दिन याद आ जाता है और उसे समझ में आ जाता है...............
(विहाग ही वो आदमी है जिसकी जांन उस ने बचाई थी....)
तब सहिसा कहती है ( तुम वही हो जिसे मै ढूंढ़ रही थी )
ये सुन विहाग कहता है ( क्या मतलब है तुम्हारा??)
फिर विहाग पूछता है शैल कहा है??
अब सहिसा, विहाग की बॉडी से आने वाले हारमोंस कि ईश्मेल से हिपनोटाइज हो जाती है और विहाग को सब कुछ बताने लगती है........
तब विहाग हैरान होकर सहिसा से पूछता है कि ये तुम क्या कर रही हो???
जिस पर सहिसा अचानक से होश में आ कर कहती है....(तुम बहुत अट्रैक्टिव हो मुझसे दूर हो जाओ... और फिर से विहान की मस्कुलर बॉडी को देखती है....... और हिपनौटाइज़ हो जाती है)........
ये सब देख विहाग को लगता है सायद ये पागल हो गयें है.... फिर विहाग शैल के बारे मे पूछता है ....
तब सहिसा शैल के बारे में सब कुछ बता देती है.....
यह सुनकर विहाग तुरंत वहां से निकल जाता है विहाग के निकलते ही सहिसा को होश आ जाता है और वह कहती है
(कि ये मैंने क्या कर दिया) और सहिसा,शैल को बचाने के लिए जल्दी से शैल के बताये रेस्टोरेंट जाती है.....
और सेल को वहां से भागने को बोलती है पर शैल वहां से नहीं जाता है और कहता है( यहां मेरा कंट्रोल है).....
(मैं यहां पर जो भी कहूंगा जो भी कुछ होगा मुझे पता चल जाएगा)..........इतना कहकर वह उसे अपने साथ डिनर करने को कहता है...........
जिसके बाद सहिसा भी बेफिक्र हो जाती है और दोनों डिनर करते हुए बातें करने लगते हैं
तब शैल, सहिसा से पूछता है (तुम्हे तोह पहले यहां देखा नहीं तुम कहां से आई हो)......
इसमें सहिसा आसमान की तरफ इशारा करके कहती है( कि मैं बहोत दूर से आये हूँ और यहां खो गयी हूँ).........
बट शैल इसे मजाक समझता है और हंस के बाद तो को टाल देता है........
तभी वहां विहाग आ जाता है उसे देख सहिसा उसकी तरफ फिर से अट्रैक्ट होने लगती है......
तब वो सहिसा को साइड करता है......पर अपने बॉडीगार्ड को शैल को पकड़ने के लिए कहता है......
तब सहिसा को लगता है सायद मेरा रिमोट स्टोन इसके घर पे होगा .......
इसी लिए वो भी शैल के साथ जाने के लिए नाटक करने लगती है और कहती है( उसे भी शैल के साथ रहना है)....
उसे ऐसा करता देख शैल भी नाटक करने लगता है.........
(यहां पे दोनों बच्चों क़ी तरह नाटक करते है जिससे सब लोग उन्हें देख रहे होते है)...............
जिससे परेशान हो के विहाग को मजबूरन दोनों को अपने साथ घर ले जाना पड़ता है.............
जहा पहुंच कर रात ने सहिसा अपने स्टोन के सिग्नल को ट्रैक करने क़ी कोसिस करती है
लेकिन उसे वह रिमोट स्टोन के सिग्नल नहीं मिल रहे थे...
इसलिए वह स्टोन को हर जगह ढूढ़ने लगती है और हर जगह का सामान भी इधर उधर कर देती है....
जिस वजह से विहाग क़ी नींद खुल जाती है फिर वह देखती है विहाग अपने रूम से बाहर आ रहा है इसलिए वो जादू से सब सामान पहले जैसे ठीक करके रख देती है......
लेकिन विहाग पिलो को अपने आप ही उड़ता हुआ देख लेता है बट उसे लगता है शायद वह फिर से हेलोसीनेट कर रहा है
जादू से सब कुछ ठीक करके सहिसा जल्दी से वहां से निकल जाती है और अपने कमरे में सोने का नाटक करती है
और विहाग भी सब कुछ चेक करके अपने रूम में सोने के लिए चला जाता है.......
कुछ देर बाद सहिसा फिर से स्टोन सिग्नल को ट्रैक करने लगती है और विहाग के रूम में आ जाती है और उसे देखने लगती है......
अब जैसे ही वह उसकी बॉडी को स्कैन करने वाली थी तभी विहाग उसका हाथ पकड़ कर उसे बेड पर लेटा देता है और उसके ऊपर बैठ जाता है
फिर वह उससे पूछने लगता है कि तुमने क्या चुराया है जल्दी से मुझे बताओ..........
जिस पर सहिसा उसे बोलती है (मेने कुछ भी नहीं चुराया है चाहो तो तुम तलाशी ले सकते हो..फिर वो बोलती है वह अपने कपड़े खोल के चेक कराने को तैयार है).......
यह सुनकर विहाग शर्मा जाता है और तुरंत ही सिक्योरिटी गार्ड को बुलाकर सहिसा को सही सलामत उसके रेस्टोरेंट छोड़ने को बोलता है.........