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समझे हम आज़ादी को

29 जनवरी 2016

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आजादी नहीं सिखाती हमको,

सभी जगह मनमानी करना.

आज़ादी सिखाती है हमको,

सदैव अनुशासन में रहना.

 

आज़ादी नहीं सिखाती हमको,

मार-पीट,ईर्ष्या और झगड़ना,

आजादी सिखाती है हमको,

प्यार,मोहब्बत,हिलमिल रहना.

 

आज़ादी नहीं सिखाती हमको,

जहाँ चाहे कूड़ा-करकट फैलाना.

आजादी सिखाती है हमको,

दूर कर कूड़ा,स्वच्छता से रहना.

 

 

 

 

आज़ादी नहीं सिखाती हमको,

धरती माँ का शोषण करना,

आज़ादी सिखाती हमको,

धरती को खूब पल्लवित करना.

 

मन में पहले देशप्रेम जगाएँ,

और फिर गर्व से तिरंगा फहराएँ.

आओ पहले समझे आज़ादी को,

फिर आजादी का जश्न मनाएँ.

 

     - रचियेता-      

      ----मंजु महिमा-------

मेल-manjumahimab8@gmail.com

        Mo. 09925220177

 

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धन्यवाद.

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आज़ादी सिखाती है हमको सदैव अनुशासन में रहना.....बहुत सुन्दर एवं सार्थक रचना !

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              आजादीनहीं सिखाती हमको,सभी जगहमनमानी करना.आज़ादीसिखाती है हमको,सदैवअनुशासन में रहना. आज़ादीनहीं सिखाती हमको,मार-पीट,ईर्ष्याऔर झगड़ना,आजादीसिखाती है हमको,प्यार,मोहब्बत,हिलमिलरहना. आज़ादीनहीं सिखाती हमको,जहाँ चाहेकूड़ा-करकट फैलाना.आजादीसिखाती है हमको,दूर करकूड़ा,स्वच्छता से रहना.    आज़ादीनहीं स

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