करो सम्मान अपने माता-पिता का न दुखाओ दिल कभी अपनों का
सम्मान से झलकते हैं संस्कार सम्मान से मिलता है प्यार आशीर्वाद ,,
सम्मान करोगे जब किसी का तो तुमको भी मिलेगा गौरव प्राप्त ,,
सम्मान करो हर नारी का जो होती है देवी समान..
सम्मान करो गुरुवों पितरों का जिनसे मिलता है ज्ञान और आत्मज्ञान..
सम्मान करो देवी-देवताओं का ईष्ट भगवान जिनसे हुआ है जीवन महान्
सम्मान करो अपने आत्मसम्मान का न सहना
अपमान न करना कभी किसी का अपमान ,,
आत्मसम्मान से मिलता है
साहस जीवन में बनते हैं हर बिगड़े काम..✍️📙
मुंबई महाराष्ट्र
स्वरचित (स्वैच्छिक) मौलिक