सपनों को हम दिल में सजाकर,
नया भविष्य बनायेंगे।
जीवन में हम लाये रोशनी,
जीवन नया सजायेंगें।
भूतकाल को छोड़ गये हम,
वर्तमान में जीते हैं।
भविष्य के सपने होते हैं,
वहीं राह हम चुनते हैं।
सपनों को सच करना है,
सपनों की डगर चुननी होगी।
सपने सच होते कर्म से,
जीवन की राह चुननी होगी।
कुछ सपने सजाकर दुनिया में,
आलस करके सो जाते हैं।
वे लक्ष्य कभी ना पाते,
सपने झूठे हो जाते हैं।
जीवन में ठान लिया कुछ करने,
उस राह पर चलकर जाना होगा।
बैठ गये गर हार मान कर,
वह सपना,सपना ही होगा।
सपने कुछ पल के होते हैं,
जीवन को लक्ष्य दे जाते हैं।
होये रोशनी जीवन में,
जो जन उस पथ पर चल जाते हैं।