शब्दनगरी शब्द से ही इसके विशाल और वैभवशाली होने की अनुभूति होती है । माह दिसम्बर 18 को मुझे शब्दनगरी नाम के प्रेषक का मेल प्राप्त होता है और 2-3 दिन अंतराल पर यह मिलता ही गया। मेरे हिंदी के प्रति लगाव ने मुझे इसकी ओर आकर्षित करते-करते मुझे सदस्य बनाने पर मजबूर किया और इसका सदस्य होना मुझे गर्व प्रदान करता है । 14 अगस्त 2016 को मैं सदस्य बना और एक कविता जिसका शीर्षक जल का संरक्षण को लोगो तक पहुँचाने का सफल प्रयास किया जिसे शब्द नगरी टीम ने पुरष्कृत भी किया । इस तरह से विभिन्न रचनाये और लेख को इस मंच से साझा किया एवम प्रायः सभी पुरष्कृत भी हुई ।
मेरी रचनाएँ निम्नवत है -
- जल का संरक्षण ( पुरष्कृत)
- वीर शहीदों को नमन ( पुरष्कृत)
- एक परिचय - आज की महिला
- प्रथम मधुर मिलान ( पुरष्कृत)
इसी पोस्ट के माध्यम से कुछ सुझाव देना चाहता हूँ और इसे अन्यथा ना ले ।
- जो लोग मेरे मित्र सूची में पहले से मौजूद है उनके लिए भी मित्र बनाये का बटन सक्रिय होना जिससे अनजाने में मित्र अनुरोध भेज दी जाती है ।
- किन सदस्यों ने पोस्ट को पसंद किया --- जानने के लिए विकल्प मौजूद न होना।
- मेरी रचनाये जो स्वयम के वेबपेज और सार्वजनिक वेबपेज पर पोस्ट की गयी है उसकी सूची होना ।
शब्दनगरी सदस्यो को बहुत-बहुत धन्यवाद और शुभकामनायें ।
निवेदन :-
इस पद्य में कम शब्दो में बहुत कुछ लिखने का प्रयास किया है और विद्वानों से निवेदन है कि इसकी व्याख्या करे और किसी भी त्रुटि के लिए सुझाव आमन्त्रित है ।