समय के साथ
समय के साथ चलते – चलते अब थकने लगा हूँ अथक प्रयासों के बावजूदअक्सर कहीं खो जाता हूँइस भ्रम में कि जाग रहा हूँन जाने कब सो जाता हूँसंबंधों की आंच में अब पकने लगा हूँसमय के साथ चलते – चलते अब थकने लगा हूँऐसा नहीं है कि निराश हो गया हूँभविष्य को ले कर उदास हो गया हूँतपती दुपहरी में भी खूब चला हूँपूस की