"साहित्याभूषण" समस्त अलंकार जन-जन के लिए सरल-सहज सुलभ कराने का प्रयास मात्र है।किसी को भी कुछ मिल जाय तो यह संपादक का सौभाग्य है।आशा है कि सभी को "साहित्याभूषण" सर,अलंकार-सरोज समर्पित कर अलंकार-सरोवर में डुबकी लगाने की प्रेरणा अवश्य देता रहेगा। किसी
1. परिचय (Introduction) - कंप्यूटर का आविष्कार बीसवीं सदी की एक महान उपलब्धि है आज कंप्यूटर को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है आज के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है मानवता के विकास के सभी क्षेत्रों में कंप्यूटर का योगदान रह
नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है। ... इस तरह सदाचार का अर्थ है अच्छा व्यवहा
हमारे भारत की वर्तमान शिक्षा व्यवस्था लगभग ध्वस्त हो चुकी है इसका कारण क्या है और इसे कैसे सुधरा जा सकता है।
( सामान्य सा एक हाट की गहमा गहमी है। एक पंडित जी और एक क्षत्री एक साथ तकरार की मुद्रा में एक साथ उलझतेहुए दिखते है।) क्षत्री : महाराज देखिये बड़ा अंधेर हो गया कि ब्राह्मणों ने यह व्यवस्था दे दी है कि अब कायस्थ भी क्षत्री हैं। कहिए अब कैसे कैसे राज का
नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है। ... इस तरह सदाचार का अर्थ है अच्छा व्यवहा
दहकते दिनों की दारुण दास्तान : कोरोना काल कथा-स्वर्ग में सेमिनार- उद्भव मिश्रा ‘कोरोना काल कथा स्वर्ग में सेमिनार’ दिवंगत विभूतियों के माध्यम से दर्शन, कला और विज्ञान के अनुशासनों के माध्यम से लेखक ने कोरोना काल की विसंगतियों और विडम्बनाओं का जीवंत
जीवन परिचय- गुजराती कविता के सशक्त हस्ताक्षर उमाशंकर जोशी का जन्म 1911 ई० में गुजरात में हुआ था। 20वीं सदी में इन्होंने गुजराती साहित्य को नए आयाम दिए। इनको परंपरा का गहरा ज्ञान था। इन्होंने गुजराती कविता को प्रकृति से जोड़ा, आम जिंदगी के अनुभव से पर
सच सच तो जीवन का करनी है और हम सब उसे कम के साथ-साथ जीवन जीते हैं और वही कर्म का फल हम भोंकते हुए अपने जीवन के पड़ाव को पूरा करते हैं
नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है। ... इस तरह सदाचार का अर्थ है अच्छा व्यवहा
सभी के सपने सच होंगें
Windows7 का परिचय:
दुष्यंत की इस कविता का मिजाज बदलाव के पक्ष में है। वह राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था में बदलाव चाहता है, तभी तो वह दरख्त के नीचे साये में भी धूप लगने की बात करता है और वहाँ से उम्र भर के लिए कहीं और चलने को कहता है। वह तो पत्थर दिल लोगों को पिघलाने में
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मैं पाँचवाँ पैग़म्बर हूँ. दाऊद, ईसा, मूसा, मुहम्मद ये चार हो चुके. मेरा नाम मूसा पैगम्बर है. मैं विधवा के गर्भ से जनमा हूँ, और ईश्वर अर्थात् खुदा की ओर से तुम्हारे पास आया हूँ. इससे मुझ पर ईमान लाओ, नहीं तो ईश्वर के कोप में पड़ोगे.
नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है। ... इस तरह सदाचार का अर्थ है अच्छा व्यवहा
ये उन लोगो के लिए है जो जीके पढ़ना चाहते और आगे चलकर कुछ बनना चाहता है