देववाणी संस्कृत के लिए समर्पित।
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<div>ऊँ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।’ </div><div
हाथी का शरीर कितना भी बड़ा हो परन्तु एक छोटे-से अंकुश से नियंत्रित हो जाता है।<div><br></div><div>गज
<div>रोमाञ्चनप्रहृष्टनेत्रवदनादिलिङ्गः अन्तःकरणप्रक्षोभरूपः कामोद्भवो वेगः गात्रप्रकम्पप्रस्वेदसंदष्