जीवन वृक्ष — डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम केवल एक योग्य व प्रतिष्ठित वैज्ञानिक ही नहीं बल्कि एक संवेदनशील और विचारशील कवि भी हैं। वैज्ञानिक उत्कृष्टता और काव्यमय प्रतिभा का यह संगम वास्तव में अद्भुत है। इस काव्य-संग्रह की रचनाओ
ये जो शब्द है, ‘माँ’ इसके दो अर्थ हो सकते हैं। दोनों अलग-अलग आयामों के अर्थ हैं। एक अर्थ ज़मीन का है और एक अर्थ आसमान का है। एक अर्थ हो सकता है माँ का वो जिससे एक दूसरा शरीर निर्मित होता है। और सामान्यतया जहाँ कहीं भी हम देखते हैं कि एक व्यक्ति के
अणुशक्ति की प्रखर लेखनी से हम सब उनकी कुछ प्रकाशित कहानियों और कविताओं के चलते परिचित हैं। पहली पुस्तक कृति के रूप में किसी युवा लेखक का सीधा उपन्यास प्रकाश में आये तो यह साहस और प्रशंसा का विषय है क्योंकि उपन्यास विधा ऐसी विधा है जिसे साधना या तो अभ
दुनिया विश्राम स्थल नहीं, बल्कि कार्यस्थल है, ज़िंदगी विचलने के लिए नहीं बल्कि कुछ कर दिखाने के लिए है। संसार का हर कण अद्वितीय है उसकी अपनी उपयोगिता है, किसी के लिए कोई चीज़ बेकार तो कोई बेकार चीजों का शिल्पकार है। आज दुनिया आधुनिक हो गयी विज्ञान और
महाभारत एक ऐसी महागाथा है, जो कई मायनों में अद्भुत है। इसका हरेक पात्र अपने आप में बेहद अहम है और उसका अपना दृष्टिकोण है। यही वजह है कि महाभारत की मूल कथा को आधार बनाकर कथाकारों ने श्रीकृष्ण से लेकर भीष्म, कुन्ती, अर्जुन, भीम, युधिष्ठिर, कर्ण, द्रौपद
आज जिन्हें हम मुनि भर्तृहरि के नाम से जानते हैं वो एक समय पर उज्जैन के राजा भर्तृहरि के नाम से प्रसिद्ध थे। युवा अवस्था में वह एक विलक्षण राजनीतिज्ञ थे लेकिन उन दिनों उनकी कामुकता भी प्रबल थी, वह अपनी पत्नी व अन्य स्त्रियों के मोह से ग्रस्त थे। फि
श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान कोई शब्दिक चर्चा या सैद्धांतिक ज्ञान नहीं बल्कि रणक्षेत्र में खड़े एक योद्धा के लिए कहे गए शब्द हैं। भगवद्गीता का जन्म किसी शान्त, मनोरम जंगल में नहीं, बल्कि कुरुक्षेत्र के मैदान में हुआ था। अर्जुन के सामने एक तरफ धर्म था
आचार्य चतुरसेन की 11 अनुपम कहानियाँ’ आचार्य चतुरसेन का चर्चित कहानी संग्रह है जिसमें मुगल काल के इतिहास की झलक देखने को मिलती है। इस कहानी संग्रह में उस दौर की राजनीतिक और मनोवैज्ञानिक धारणा को भी पाठकगण महसूस कर पायेंगे। इस संग्रह की कहानियों को पढ़त
कठोपनिषद् तेरह प्रमुख उपनिषदों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण उपनिषद है। यह उपनिषद हमारी वो कहानी कहता है जो प्रतिदिन घटती है। बालक नचिकेता के मृत्यु से किए गए सरल सवालों में जीवन के अनदेखे पक्ष सामने आते हैं। "क्या वाकई कोई मृत्यु के देवता होते हैं?"
भारत देश नदियों का देश है यहाँ पर बहुत सी नदियाँ बहती हैं हिन्दू इनमें से बहुत सी नदियों को माता कहकर बुलाते हैं तथा लगभग प्रत्येक नदी की पूजा भी करते हैं वास्तव में यह नदियाँ भारत की जीवन रेखा हैं इन्हीं नदियों की बजह से भारत में जीवन स्थापित हुआ है
पुस्तक में UPSC परीक्षा की समग्र, संपूर्ण और व्यापक तैयारी के टिप्स दिए गए हैं, जिसमें तैयारी के अनछुए पहलुओं पर खुलकर चर्चा की गयी है।यह पुस्तक ऐसे युवा अभ्यर्थियों के लिए तो जरूरी है ही, जो सिविल सेवा अधिकारी बनने का सपना सँजो रहे हैं, साथ ही इसमें
"किस रूप में याद रखे जाने की आपकी अपेक्षा है? आपको अपने को विकसित करना होगा और जीवन करे एक आकार देना होगा। अपनी आकांक्षा को अपने सपने को एक पृष्ठ पर शब्दबद्ध कीजिए।यह मानव इतिहास का एक बहुत महत्वपूर्ण पृष्ठ हो सकता है। राष्ट्र के इतिहास में एक नया पृ
नरेंद्र मोदी द्वारा लिखित परीक्षा योद्धा युवाओं के लिए एक प्रेरक पुस्तक है। मनोरंजक और संवादात्मक शैली में लिखी गई, चित्रों, गतिविधियों और योग अभ्यासों के साथ, यह पुस्तक न केवल परीक्षा में बल्कि जीवन का सामना करने में भी मित्र होगी। गैर-उपदेशात्मक,
स्वातंत्र्योत्तर भारतीय समाज में हमने जहाँ विकास और प्रगति की कई मंज़िलें तय की हैं, वहीं अनेक व्याधियाँ भी अर्जित की हैं। अनेक समाजार्थिक कारणों से हम ऐसी कुछ बीमारियों से घिरे हैं जिनका कोई सिरा पकड़ में नहीं आता। युवाओं में बढ़ती नशे और ड्रग्स की
"धम्मो मैगलमक्किट्ठ अहिन्सा सज्जमोतवो। देवावितं नभ सति जस्स धम्मे सयामणो॥ प्राकृतिक आधिदेविक देवों या नित्यमुक्त ईश्वर का पूज्य स्थान नहीं है। एक सामान्य पुरुष भी अपना चरम विकास करके मनुष्य और देव दोनों का पूज्य बन जाता है। (दश वैकालिक 1-1)
हमने अब तक श्रीराम को रामायण से ही जाना है, जिसमें श्रीराम को हमने एक आज्ञाकारी बेटा, एक प्रजाहितैषी राजा और एक मर्यादापुरुष की तरह जाना है। पर क्या हमनें जाना है कि श्रीराम को आध्यात्मिक शिक्षा कहाँ से मिली थी? उनको अवतार क्यों कहा जाता है? वो इत
अपनी बेस्टसेलिंग पुस्तक के इस द्वितीय संस्करण में लेखक बताते हैं कि अमीर बनने के अलावा नेटवर्क मार्केटिंग के अन्य छुपे हुए फ़ायदे कौन-कौन से हैं। नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़े हर व्यक्ति के लिए विशेष उपयोगी।
क्या भारत एक महाशक्ति बन सकता है? इस प्रश्न के उत्तर में राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने महाशक्ति भारत के स्वरूप की जो रूपरेखा, योजनाओं का जो खाका प्रस्तुत किया है वह व्यावहारिक है। पिछले कुछ वर्षों में देश भर के पाँच लाख से अधिक छात्रों से भेंट कर उनसे ‘महाश
सफलता पर बेशुमार पुस्तकें छप चुकी हैं। इतनी कि आप उन्हें एक जीवन में नहीं पढ़ सकते। तो फिर एक और पुस्तक क्यों? इसलिए क्योंकि यह पुस्तक एक नए विषय पर है। इस पुस्तक में आप 25 पशुओं से सफलता के 125 सबक़ सीख सकते हैं। जानवर हमें बहुत कुछ सिखा सकते हैं, क्य
अंग्रेजों ने हिंदुत्व को, राष्ट्रीयत्व को क्षीण करने का षड्यंत्र रचा, जिसे डॉ. बाबा साहब अंबेडकरजी ने समझा और समाज में आई बुराईयों को दूर करने का बीड़ा उठाया। वंचित वर्ग में प्रेरणा जगाकर उसमें ऊपर उठने की ललक जगाई। उसी प्रकार गुजरात के लोकप्रिय मुख