स्वामी निर्मलदास
common.bookInlang
common.articlesInlang
चरैवेति चरैवेति ही जीवन लक्ष्य है। जीवन में जब तक परम लक्ष्य तक ना पहुँच जायो तब तक चलते रहना चाहिए । अच्छे विचार ही मानव का परम धेय होना चाहिए , जो मृत्यु को याद रखते हैं उनको मृत्यु का भय नहीं सताता ,चरैवेति चरैवेति ही जीवन लक्ष्य है। जीवन में जब तक परम लक्ष्य तक ना पहुँच जायो तब तक चलते रहना चाहिए । अच्छे विचार ही मानव का परम धेय होना चाहिए , जो मृत्यु को याद रखते हैं उनको मृत्यु का भय नहीं सताता