सच मे तस्वीरे बोलती है
सच मे तस्वीरें बोलती हैचीखती है,चिल्लाती है बुलाती हैक्या आपने कभी सुना नहीअफ़सोस कुछ तस्वीरें बेरंग सी भी होती हैकुछ तस्वीरे भूखी भी होती हैकुछ रोटी की तलाश करती हैमेरे पास कई ऐसी तस्वीरें हैलेकिन ज़िन्दा नहीं, बेजानमैं डरता हूँ लोगो को दिखाने से वो हर बार सच का आईना देखा देती हैसच में तस्वीरे बोलती