निगाहों में मेरे यारा तेरी ये राज़ कैसा है ।
तेरा हर शब्द ओ यारा एक साज़ जैसा है ।
नहीं कोई मुझे चाहत रही अब इस ज़माने की ।
कि, ज़हान् में दूसरा कोई ना मेरे यार जैसा है ।
5 जून 2022
निगाहों में मेरे यारा तेरी ये राज़ कैसा है ।
तेरा हर शब्द ओ यारा एक साज़ जैसा है ।
नहीं कोई मुझे चाहत रही अब इस ज़माने की ।
कि, ज़हान् में दूसरा कोई ना मेरे यार जैसा है ।