मोहब्बत में मेरे यारा तेरी ख़ुद को भुलाया है ।
पहले उस ख़ुदा से भी सदां तुझको बुलाया है ।
नहीं ग़म कोई अब मुझको ज़हां की ठोकरों का है ।
एक बस याद ने तेरी मुझे इतना रुलाया है ।।
4 जून 2022
मोहब्बत में मेरे यारा तेरी ख़ुद को भुलाया है ।
पहले उस ख़ुदा से भी सदां तुझको बुलाया है ।
नहीं ग़म कोई अब मुझको ज़हां की ठोकरों का है ।
एक बस याद ने तेरी मुझे इतना रुलाया है ।।