ना किसी महफिल की चमक अच्छी लगती है ।
ना किसी फूल की महक अच्छी लगती है ।
चहक उठता है जिसकी गूंज से सारा घर मेरा ।
मुझे तो बस मेरी गुड़िया की पायल की वो खनख अच्छी लगती है ।
8 जून 2022
ना किसी महफिल की चमक अच्छी लगती है ।
ना किसी फूल की महक अच्छी लगती है ।
चहक उठता है जिसकी गूंज से सारा घर मेरा ।
मुझे तो बस मेरी गुड़िया की पायल की वो खनख अच्छी लगती है ।