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मेरी गुड़िया ...

8 जून 2022

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ना किसी महफिल की चमक अच्छी लगती है । 

ना किसी फूल की महक अच्छी लगती है । 

चहक उठता है जिसकी गूंज से सारा घर मेरा । 

मुझे तो बस मेरी गुड़िया की पायल की वो खनख अच्छी लगती है । 

                                                

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शायरी

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4 जून 2022
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तुझसा ना कोई ..

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6 जून 2022
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14

मेरी गुड़िया ...

8 जून 2022
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ना किसी महफिल की चमक अच्छी लगती है ।  ना किसी फूल की महक अच्छी लगती है ।  चहक उठता है जिसकी गूंज से सारा घर मेरा ।  मुझे तो बस मेरी गुड़िया की पायल की वो खनख अच्छी लगती है ।                       

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