सुनो-
बिछड़े थे हम उस वक़्त
फिर
दोबारा मिलने के लिए.!!
फ़िर आयेगा वही वक्त
हमेशा साथ
जिंदगी जीने के लिए.!!
दूर हो जाएंगे गिले शिकवे
फ़िर
मैं और तुम को हम बनाने के लिए..!!
फ़िर कभी नहीं बिछड़ेंगे
जिएंगे साथ
मंज़िल का मील पत्थर
बनने के लिए..!!
मोहनलाल भया