,,, उस आइने में एक कशिश सी थी।न जाने क्या था जो मीरा को इस तरफ खींचता था।,,,,
,,,जब से मीरा ने वो बड़ा सा आईना खरीदा था उसे कुछ अजीब सा लगता था ।उसे लगता कोई उसे देख रहा है।कोई इसके साथ है,,
मीरा job के सिलसिले में कुछ दिन पहले ही दिल्ली में शिफ्ट हुई थी।कुछ घर के समान के साथ उसने एक बड़ा ही सुन्दर आईना देखा तो उसे भी ले लिया।वो इस दो कमरे के घर में अकेले ही रह रही थी।लेकिन जब से वो आईना ले कर आई थी उसे लगता कोई इसके साथ में है।
अब मीरा का ज्यादातर समय आइने के सामने ही बीतने लगा।वो उस आइने के सामने बैठी रहती ।उसे लगता कोई उसे वहा से उठने नही दे रहा।
,,,,और एक दिन उसी आइने से एक अदृश्य सा निकलता है कुछ मीरा को अपने साथ लेकर अंदर चला जाता है हमेशा के लिए,,,,,,,
,,,मीरा को पता नहीं था की उसने जो आईना लिया था वो शापित आईना था,,,,,जो भी उस आइने को खरीदता था वो उसी में चला जाता था,,,,,,,,,