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यदि बेटी अरेंज मैरिज में विश्वास न करे तो क्या करें

22 जुलाई 2019

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बेटा हो या बेटी आज युवाओं की ये सोच बन गई है की उनकी शादी ऐसे इंसान हो जिसके बारे में वो पहले से जानते हों या उससे पहले से परिचित हों। जब तक मां बाप लड़के और उसके परिवार के बारे में जान नही लेते अपनी बेटी का हाथ उसके हाथ में नही देते।

आज के बच्चे अपने माँ-बाप को समय से पिछड़ा हुआ समझते हूं इस कारण वो सोचते हैं कि यदि उनके मां बाप कोई लड़की या परिवार ढूंढेगे तो उनकी सोच और विचार रखने वाले ही ढूंढेगे।

एक लड़की का अपनी पसंद के लड़के से शादी करना सही है मगर परिवार को साथ मे लेना भी जरूरी है।

बेटी सोचती है कि मां बाप के द्वारा लाये गए रिश्ते से कैसे सामंजस्य बैठाएंगे।

कैसे उस लड़के साथ सारि ज़िन्दगी बिताई जाए जिसके अब तक देख भी नही।

यहां मां बाप और बेटी दोनो को कुछ बातों को समझना पड़ेगा जैसे :-

  • क्या अरेंज मैरिज ही जरूरी है?
  • क्या अरेंज मैरिज करना सही है?
  • अरेंज मैरिज और लव मैरिज में क्या फर्क है?

ये सारी बातों को बताने जायूँगी तो बात लम्बी हो जाएगी हम मूल समस्या पर आते हैं कि आखिर बेटी को अरेंज मैरिज के लिए कैसे मनाया जाये… सबसे पहले तो मै बता दूँ कि शादी अरेंज हो या लव दोनों शादी में परिवार के साथ दोनों कपल कि सहमति होना जरुरी होता है. क्यूंकि परिवार शादी करके अलग हो जाते हैं.

सारी ज़िंदगी आपकी बेटी और उसके पति को ही साथ बिताना है इसलिए दोनों को एक मत होना जरुरी है.

बेशक लव मैरिज को हमारे समाज में सही नहीं माना जाता. लव मैरिज करने वाले लड़के और लड़की दोनों को ही गलत नज़रिये से देखा जाता है और हमें रहना भी इसी समाज में है मगर फिर भी शादी के लिए दोनों जोड़ों का सहमत होना जरुरी है.

Arranged marriage के लिए कैसे मनाये बेटी को –

  • यदि आप एक माँ हो तो आपको अपनी बेटी कि समस्या को जल्दी समझ जाना चाहिए. क्यूंकि आप भी कभी इस दौर से गुजरी हों और
  • यदि नहीं भी गुजरी हो तो भी आप एक महिला हो.
  • पहले तो आप ये करें कि आप बेटी के पास जाएँ उसे धैर्य और प्यार से बात करें, उसकी दिल की सुने.
  • आपक कम बोलें और बेटी की ज्यादा सुने. उसको ये लगे कि आप उसकी बात को समझ रही हो.
  • उसकी फीलिंग्स का सम्मान करें. उसको किसी भी बात का बुरा न माने.
  • जब वो अपनी बात सही और पूरी तरह से आपको बोल दें तो उसको आश्वासन दें कि जो भी नतीजा निकाला जायेगा उसके भले और उसकी सहमति में ही होगा.
  • जिससे वो शादी करना चाहती है उस लड़के के साथ-साथ उसके परिवार के बारे में जाने.

अब आपको उसकी शादी केवल अरेंज ही करना है तो यहाँ लड़के से मिलने का कोई औचित्य नहीं है. मगर फिर यदि आप लव मैरिज को अरेंज मैरिज में बदल सके तो ज्यादा अच्छा है. खैर यहाँ केवल अरेंज मैरिज के लिए बेटी को मनाने कि बात चल रही है तो वो ही करुँगी.

क्या फायदे हैं अरेंज मैरिज के –

  • आपको अपनी बेटी को अरेंज के फायदे बताना जरुरी है. साथ ही साथ बेटी को पता होना चाहिए कि यदि वह लव मैरिज करती है तो क्या नुक्सान है.
  • बेटी को समझाएं कि अरेंज मैरिज में उसके परिवार का नहीं बल्कि उसका भी सम्मान होगा.
  • परिवार समाज में एक उच्च स्तर और सम्मान बना रहेगा.
  • अरेंज मैरिज में भी लव होता है यदि वह अरेंज मैरिज भी करती है तो बाद में उसी व्यक्ति से लव कर सकती है.
  • वैसे तो परिवार हमेशा साथ है मगर यदि वह अरेंज मैरिज करती है तो परिवार और समाज दोनों उसके बुरे समय में साथ है
  • यदि वह अरेंज मैरिज करती है तो कास्ट और संस्कार में कोई समझौता नहीं करना पड़ता.
  • लव मैरिज में शुरुआत में सब सही होता है मगर बात में झगडे की काफी गुंजाईश होती है जो की अरेंज मैरिज में न के बराबर है.
  • अरेंज मैरिज में सगाई के बात काफी समय होता है एक-दूसरे को जानने के लिए.
  • अरेंज मैरिज में किसी कारणवश वह अलग हो जाती है तो परिवार तो उसका ढाल बन जायेगा मगर लव मैरिज ये मुमकिन नहीं होता है.
  • अरेंज मैरिज में लड़की-लड़की को एक-दूसरे के साथ एडजस्टमेंट करना परिवार बड़ी आराम से सीखा देता है.
  • परिवार चलाने के लिए प्यार से काफी ज्यादा पैसों की जरुरत होती है जो की लव मैरिज में बेटी-बीटा को ही जुगाड़ करना पड़ता है.
  • उसकी सहेली और मिलने-जुलने वालो में से जिसने अरेंज मैरिज की उनसे बात करवाएं उनका अनुभव उसको बतलायें
  • इन सब बातों के बाबजूद भी आपकी बेटी नहीं मानती है तो उसे अपने प्यार से अरेंज मैरिज करने के लिए कहे.

यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है की माँ-बाप और बेटी दोनों को एक दूसरे को अपनी अपनी बात रखने का पूरा-पूरा मौका मिलना चाहिए.
शादी कोई भी उसे चलाने के लिए प्यार और पैसा दोनों की जरुरत पड़ती है इसलिए यहाँ दोनों मिले वही शादी करें. हिंदी फिल्मो में भी आज लव प्लस अरेंज मैरिज पर ही जोर दिया जाता है यदि दक्षिण भारत की फिल्मों में देखेंगे तो प्यार होने के बाबजूद भी अरेंज मैरिज ही बताई जाती है.

ये मेरे विचार हैं हो सकता है आपको सही न लगे मगर कुछ हद आपको जरूर मदद देंगे. धन्यवाद.

Indian parents forcing arranged marriage | Indian Women Life

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रेणु

रेणु

बहुत सुंदर प्रिय अर्चना जी , आपने बहुत बढ़िया लेख लिखा | मेरे घर में भी बेटी है जो कुछ दिन पहले ही बीस साल की हुई है | बेटा हो या बेटी , वैसे तो दोनों को ही किसी भी हाल में इस तरह के विषय पर मनाना शायद बहुत कठिन है , पर फिर भी आपके टिप्स अच्छे हैं | ये बड़ा संवेदनशील विषय होजाता है . जब हम आधुनिक और उच्च शिक्षित होकर प्रेम विवाह को अनदेखा करें , पर हमारे संस्कार और बच्चों के भविष्य की चिंता हमें मजबूर कर देती है | क्योकि अनजान व्यक्ति और परिवार से रिश्ता जोड़ना बहुत बड़ा जोखिम हो सकता है | हार्दिक शुभकामनायें सार्थक ालरख के लिए |

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