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आप भाग्यशाली है।

24 मार्च 2018

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featured imageऐसा क्यों है..आखिर।जब कोई महिला अपने ससुराल जाकर पति के साथ सांमजस्य बिठाने में सफल हो जाती है,और अगर पति हर तरह से उसका सहयोग करता है,तो उसे किस्मत वाली कहा जाता है। पतिपत्नी एक ही गाड़ी के दो पहिए होते है।दोनों की समान महत्ता है,फिर भी अधिकतर पत्नियां ही समझौता करती पाई गई है।पत्नी अगर नौकरी भी करती हो तो भी अधिकतर जिम्मेदारी उनके हिस्से ही आती है,और अगर किसी पति ने बराबरी से साथ निभा दिया तो ये क्यों कहा जाता है,कि आप बहुत किस्मत वाली है।जबकि ये एक साधारण सी बात है। ऐसी हमारी सोच क्यों है,जबकि सबको पता है,सात फेरों के सात वचन जब लिए जाते है,तो सभी वचनों में एकदूजे को समान महत्व दिया गया है,और सामंजस्य से जीवनयापन करने  की सलाह दी गई है,फिर भी ना जाने क्यों स्त्री ही भरसक प्रयास करती पाई गई है। सात फेरों का सार है,कि आधार भूत वस्तुओं से लेकर,अर्थ का गणित, आयव्यय का ब्यौरा, दोनो के परिवार का सामंजस्य,दानधर्म,तीर्थ यात्रा आदि में साथ रहने और अंतिम यात्रा तक दोनो को सख्य भाव से जीवन यापन करने की सलाह दी जाती है,फिर भी अक्सर पति को पत्नी से श्रेष्ठ समझकर ऐसी बातें की जाती हैं और अगर कोई दंपति सामंजस्य के साथ अच्छे से जीवन यापन करते है,तो अक्सर पत्नी से कहा जाता है,कि क्या बात है,आप बड़ी भाग्यशाली है,जो आपको इतने सहयोगी पति मिले है।जबकि ये सिर्फ एक आपसी समझ विकसित करने की बात है।                 कविता नागर          

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औरतें

22 मार्च 2018
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आप भाग्यशाली है।

24 मार्च 2018
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धैर्य

3 अप्रैल 2018
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मन की मंजूषा में मैनेधैर्य की संपत्ति सहेज रखी है।प्रतिदिन-प्रतिपल आकलनकरती हूं,कहीं कम तो नहीं,हो रही मेरी संपत्ति,हालातों की मार सेदुविधाओं के अंबार से। चित्त वृत्तियों को समझाबुझाकर,बढ़ा लेती हूंँ, धैर्य अपना।आशावृक्ष की छांव तलेकभी तो सब्र फल मिलेगाऔर पूरा होगा मेरा सपना।         कविता नागर      

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