सच बोलने का साहस रखो.... परिणाम भुगतने की शक्ति प्रभु राम देंगे। {245 } सच खरीदने की हैसियत लोगों में कम है... इसलिए झूठ बिक रहा है। {246}
दैनिक समाचार पत्र हो या सांध्यकालीन पटा पडा रहता है चोरी , डेकैती,हत्या और आत्महत्या के समाचारों से। रही सही कसर बलात्कार, लिव इन में रहने के बाद शादी से इंकार ऐसी खबरें भी मन को विचलित कर देती है।छेड़छाड़ ,प
किसी भी बात को तभी भाव मिलता है जब उसे भाव देने वाले देते हैं. भाव नकारात्मक हो या सकारात्मक, दोनों ही स्थितियों में भाव खाने वाला अगर भाव नहीं खाएगा तो क्या करें. ऐसी स्थिति में अच्छा यह है कि भाव दिया ही न जाए. मतलब पूर्ण बहिष्कार. भला जिंदगी भी किसी के रुके से रुकी है क्या. जिंदगी को जहां तक बहना