22 फरवरी 2018
“मुक्तक”हाथ न छोडूंगी साँवरिया आज पकड़ में आई बाँसुरिया। छूने नहिं दूँगी कांभरिया पिया माखन मिश्री गागरिया। चाहे ज़ोर लगा लो जितना नहीं पीछे हटूँगी कृष्णा- रंग दूँगी तोरी नगरिया मनमोहन मधुवन की डगरिया॥महातम मिश्र गौतम गोरखपुरी